Edited By pooja,Updated: 13 Nov, 2018 10:56 AM
दिल्ली विश्वविद्याल छात्र संघ (डूसू) के अध्यक्ष अंकिव बैसोया की फर्जी डिग्री मामले में सोमवार को कोर्ट में तारीख के दौरान डीयू ने जांच के लिए सप्ताहभर तक का समय मांगा।
नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्याल छात्र संघ (डूसू) के अध्यक्ष अंकिव बैसोया की फर्जी डिग्री मामले में सोमवार को कोर्ट में तारीख के दौरान डीयू ने जांच के लिए सप्ताहभर तक का समय मांगा। जिस पर कोर्ट ने डीयू को 20 नवम्बर तक का समय दिया है। लिहाजा अब अगली सुनवाई 20 को होगी। इस पर छात्र संगठनों ने डीयू प्रशासन द्वारा जानबूझकर कोर्ट में समय मांगने की बात कही।
कोर्ट में डीयू ने अंकिव की जांच के लिए समय मांगा है एक सप्ताह का जांच के लिए। डीयू का कहना है कि यदि आवश्यकता होगी तो खुद तमिलनाडू जाकर विवि में जांच की जाएगी। वहीं डीयू के इस रवैये को लेकर छात्र संगठनों ने निशाना साधा है।
कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई के प्रवक्ता मौ.अली का कहना है कि हम कोर्ट पर विश्वास करते है और 20 तारीख को सच सबके सामने आ जाएगा। मगर जिस तरह से सबकुछ साफ होने के बाद भी डीयू ने इस मामले में रवैया अपनाया हुआ है यह सहीं नही है। साफ पता चल रहा है कि डीयू जानबूझकर देरी रहा है।
उधर आइसा डीयू अध्यक्ष कंवलप्रीत का कहना है कि डीयू ने जानबूझकर 20 तक का समय मांगा है, जिससे दोबारा चुनाव नहीं हो और एबीवीपी से उपाध्यक्ष बने शक्ति सिंह को अध्यक्ष बनाया जा सके। प्रशासन दो माह खिंचना चाहता है। केंद्र सरकार का दबाव दिखाई दे रहा है। दूसरी तरफ एबीवीपी राष्ट्रीय मीडिया प्रवक्ता मोनिका चौधरी का कहना है कि हम प्रशासन के साथ है, जांच में हर तरह का सहयोग करने के लिए तैयार है। कोई छात्र संगठन कु छ भी कहें। मगर एबीवीपी सच के साथ है।