Edited By pooja,Updated: 01 Nov, 2018 05:03 PM
राजधानी के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने संस्कृत में एक स्कूल स्तरीय प्रतिस्पर्धा के बाद छात्रों को संबोधन करते कहा कि वह चाहते हैं कि छात्र संस्कृत को परीक्षा
नई दिल्ली: राजधानी के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने संस्कृत में एक स्कूल स्तरीय प्रतिस्पर्धा के बाद छात्रों को संबोधन करते कहा कि वह चाहते हैं कि छात्र संस्कृत को परीक्षा के लिए नहीं बल्कि समझने और सीखने के लिए पढ़ें क्योंकि इस भाषा में बहुत सी सुंदर बातें कही गईं हैं।
सिसोदिया ने कहा, "इस भाषा की सुंदरता यह है कि जो इसे समझते हैं, वे कभी किसी के मार्ग में बाधा नहीं बनते। यह उन वजहों में से एक कारण है जिससे मैं चाहता हूं कि लोग इस भाषा को समझें।
छात्रों से संस्कृत की शिक्षाओं को अपने जीवन में उतारने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार का मकसद इन कार्यक्रमों के जरिए संस्कृत को लोकप्रिय बनाना नहीं, बल्कि इसके साथ जीवन को सुंदर बनाना है।
उन्होंने कहा, "हम किसी खास तबके नहीं बल्कि 100 फीसदी बच्चों को अच्छी शिक्षा देना चाहते हैं और इससे राष्ट्र निर्माण में मदद मिलेगी और मैं चाहता हूं कि राष्ट्र निर्माण में संस्कृति की भी भूमिका होनी चाहिए।