Edited By Riya bawa,Updated: 10 Mar, 2020 04:21 PM
महाराष्ट्र के जालना जैसे छोटे से गांव से ताल्लुक रखने वाले अंसार अहम शेख ने महज 21 साल की उम्र में यूपीएससी की परीक्षा में ...
महाराष्ट्र के जालना जैसे छोटे से गांव से ताल्लुक रखने वाले अंसार अहम शेख ने महज 21 साल की उम्र में यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की है। उन्होंने ये सफलता पहले प्रयास में पाई। उस समय उनका परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था, यहां तक कि कई बार अंसार को दो वक्त तक का खाना तक नहीं मिल पाता था।
पिता ऑटो ड्राइवर और मां खेतों में मजदूरी करती थी
पहले प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में 371 वीं रैंक हासिल करने वाले अंसार के पिता ऑटो ड्राइवर थे। हर दिन केवल 100 या डेढ़ सौर रुपये की कमाई होती थी। वहीं मां खेतों में मजदूरी करती थी। अंसार दो बहनें और दो भाई थे। आर्थिक तंगी से अंसार के बड़े भाई को गैराज में मैकेनिक का काम करना पड़ता था।
पिता ने रोकनी चाही थी पढ़ाई
अंसार ने एक इंटरव्यू में बताया कि, जब वे महज चौथी कक्षा में थे तो उनके पिता ने उनकी पढ़ाई रोकने का मन बना लिया था लेकिन बाद में टीचर के कहने पर उनकी पढ़ाई जारी रही।
यहां से हुई शुरुआत
अंसार ने बताया, ‘पढ़ाई के दौरान एक शख्स ने यूपीएससी एग्जाम के बारे में बताया कि यह परीक्षा देश की सबसे प्रतिष्ठितम परीक्षाओं में से एक है। इसके बाद से ही उन्होंने तय कर लिया था कि उन्हें यही एग्जाम क्रैक करना है।
फर्श पर पोछा तक लगाया
अंसार ने बताया उन्होने परीक्षा तैयारी के पैसे जुटाने के लिए होटल में वेटर का काम भी किया है। यहां लोगों को पानी सर्व करने से लेकर फर्श पर पोछा तक लगाया है।
2015 में रंग लाई मेहनत
जॉब के साथ-साथ अंसार यूपीएससी की तैयारी में जुटे रहे।आख़िरकार उनकी मेहनत रंग लाई। साल 2015 में यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली थी। उन्होंने देश भर में 371वीं रैंक हासिल की थी।