Edited By Riya bawa,Updated: 03 Oct, 2019 03:07 PM
यूपीएससी की ओर से हर वर्ष आयोजित...
नई दिल्ली: यूपीएससी की ओर से हर वर्ष आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा देश की चुनौतिपूर्ण परीक्षाओं में से एक है। देश के कई युवा बचपन से इस परीक्षा को पास कर IAS बनने का सपना संजोते हैं। एक ऐसी ही कहानी की बात करने जा रहे है जिसने कड़ी मेहनत के दम पर 2017 में UPSC की सिविल सेवा परीक्षा में आठवां स्थान हासिल किया।
अनुभव सिंह ने महज 23 साल की उम्र में 2017 में UPSC की परीक्षा दी और इसमें आठवां स्थान हासिल किया। बता दें कि उत्तर प्रदेश, इलाहाबाद के अनुभव किसान धनंजय सिंह के बेटे हैं, उनकी मां पेशे से सुषमा सिंह सरकारी स्कूल में क्लर्क रहीं। धनंजय और सुषमा के दो बच्चे हैं. दो भाई बहनों में अनुभव छोटे हैं।
जानें अनुभव सिंह कैसे बना IAS अफसर
--अनुभव ने प्रारंभिक शिक्षा इलाहाबाद की हंडिया तहसील के छोटे से गांव दसेर से की। इलाहाबाद के शिवकुटी इलाके में स्थित स्कूल से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की पढ़ाई की।
-साल 2011 में उनका सेलेक्शन आईआईटी रुड़की में हुआ। 2011 से 2015 तक उन्होंने आईआईटी रुड़की में सिविल इंजिनियरिंग की पढ़ाई की। आईआईटी रुड़की से इंजीनियरिंग करने के बाद भारतीय राजस्व सेवा में अनुभव का सेलेक्शन हुई।
-ट्रेनिंग के दौरान वह प्रशासनिक सेवा की तैयारी करते रहे, ट्रेनिंग से छुट्टी लेकर दोबारा तैयारी शुरू कर दी। आईएएस का सपना नहीं छोड़ा. फिर दूसरे प्रयास में उन्हें सफलता मिली।
-भारतीय प्रशासनिक सेवा 2017 में 8 वीं रैंक हासिल करने वाले अनुभव उत्तर प्रदेश राज्य के टॉपर भी हैं। अनुभव परिवार और दोस्तों को अपनी सफलता का श्रेय देते हैं।