Edited By Riya bawa,Updated: 16 Aug, 2019 12:03 PM
हर एक इंसान जिंदगी में मुश्किलों...
नई दिल्ली: हर एक इंसान जिंदगी में मुश्किलों से जूझते हुए किसी न किसी दिन सफलता हासिल करता है। एक ऐसी ही कहानी की बात करने जा रहे है जिसने कड़ी मेहनत के दम पर सर्विस परीक्षा पास कर ली है। यूपीएससी की ओर से हर वर्ष आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा देश की चुनौतिपूर्ण परीक्षाओं में से एक है। देश के कई युवा बचपन से इस परीक्षा को पास कर IAS बनने का सपना संजोते हैं।
इस बात को सच कर दिखाया है महाराष्ट्र के एक छोटे से शहर बोइसार के रहने वाले वरुण बरनवाल ने। बचपन में साइकिल का पंचर ठीक करने वाले वरुण आज एक IAS ऑफिसर है। ऐसा ही होता है जब किसी की बरसों की मेहनत, दिनरात जागने की तपस्या और हर पल संघर्ष, एक बड़ी सफलता में बदलता है। वरुण बरनवाल ने साल 2013 में यूपीएससी की परीक्षा में 32वां स्थान हासिल किया। आइए जानते हैं पिता की मौत और आर्थिक तंगी के इन हालातों में आखिर वरुण ने कैसे पाई सफलता...
दसवीं कक्षा में हुआ पिता का निधन
-वरुण ने बताया कि जब वह दसवीं कक्षा मे था तब उनके पिता का निधन हो गया था। पिता के निधन के बाद वरुण ने सोच लिया था कि अब वह पढ़ाई नहीं करेगा। पैसे कमाने के लिए साइकिल की दुकान पर काम करूंगा, क्योंकि उनके पैसे नहीं थे।
-कुछ समय बाद दसवीं का रिजल्ट आया और वरुण ने स्कूल में टॉप किया। टॉप करने के बाद उनके घर वाले चाहते थे कि वह आगे पढ़ाई करें। उनकी मां ने कहा, हम सब काम करेंगे, तुम पढ़ाई करो।
पढ़ाई के साथ शुरु की दुकान
वरुण ने बताया कि 11वीं-12वीं मेरे जीवन के सबसे मुश्किल भरे साल रहे हैं। वरुण सुबह 6 बजे उठकर स्कूल जाता था, जिसके बाद 2 से रात 10 बजे तक ट्यूशन लेता था और उसके बाद दुकान पर काम करता था।
प्रिसिंपल ने माफ की फीस
वरुण बताते हैं कि, इन हालातों में मैंने और ज्यादा मेनहत करनी शुरू की। उसने ठान लिया था कि इतनी अच्छी तरह पढ़ाई करनी है कि प्रिसिंपल मेरी फीस माफ कर दें। आखिरकार ये सपना भी सच करके दिखाया और अच्छे मार्क्स आने से प्रिसिंपल ने फीस माफ कर दी इस तरह से स्कूल की पढ़ाई पूरी हुई।
कैसे की कॉलेज की पढ़ाई
स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा पास कर ली थी, जब इसकी फीस भरने की बारी आई तो मेरे परिवार, दोस्त, पिता के दोस्त सबने मिलकर मेरी मदद की। इंजीनियरिंग पास करते ही यूपीएससी की परीक्षाओं की तैयारी शुरू की।
ऐसे की एग्जाम की तैयारी
इंजीनियरिंग खत्म होने के बाद मेरी प्लेसमेंट अच्छी कंपनी में हुई लेकिन जब तक सिविल सर्विसेज परीक्षा देने का मन बना लिया था लेकिन समझ नहीं आ रहा था कि तैयारी कैसे करनी है, जिसके बाद भाई ने पूरा साथ दिया।