Edited By bharti,Updated: 05 Mar, 2019 12:10 PM
पिछले कुछ सालों में भारतीय छात्रों में विदेश जाकर पढ़ने का क्रेज काफी बढ़ता जा रहा है। ज्यादातर मां - बाप भी यही चाहते है कि उनका ...
नई दिल्ली : पिछले कुछ सालों में भारतीय छात्रों में विदेश जाकर पढ़ने का क्रेज काफी बढ़ता जा रहा है। ज्यादातर मां - बाप भी यही चाहते है कि उनका बच्चा बाहर जाकर अच्छी शिक्षा हासिल कर सकें, लेकिन कई स्टूडेंट्स को अक्सर विदेश जाकर पढ़ने के दौरान कई तरह की परेशानियों सामना करना पड़ता है। कई स्टूडेंट्स को विदेश जाकर नए परिवेश में जाकर एडजस्ट करने और पढ़ाई करने की वजह से बहुत स्ट्रेस हो जाता है । इस वजह से वह अपनी पढ़ाई पर फोकस नहीं कर पाते और उनकी रैंक गिर जाती है। पहले तो उन्हें कल्चर चेंज का सामना करना पड़ता है और फिर सबसे बड़ी समस्या एजुकेशन सिस्टम बनता है जो उनके देश से बिल्कुल अलग होता है। ऐसे में कई बार स्ट्रेस बढ़ जाता है। ऐसे में आइए जानते है कुछ ऐसे टिप्स के बारे में जो आपको पढ़ाई के दौरान मदद कर सकते है।
प्लान बनाएं
अपनी क्लासेस से लेकर एग्जाम तक के शेड्यूल को लेकर प्लान बनाएं। इससे आप सोशल लाइफ के साथ ही अगर पार्ट टाइम जॉब करना चाहते हैं तो वह भी कर पाएंगे। सबसे अच्छी बात यह होगी कि सबकुछ प्लान्ड होने के कारण आपको पढ़ाई के साथ समझौता नहीं करना पड़ेगा।
टाइम टेबल
कौन सा सब्जेक्ट कब पढ़ना है और कितनी देर इसे लेकर टाइम टेबल बनाएं। इसे अपने प्लान के साथ मैच करें। ऐसा करने पर आप पढ़ाई और सोशल लाइफ के बीच अजस्ट करने की कोशिश से होने वाले स्ट्रेस से बच जाएंगे, जो एकाग्रता में मदद करेगा।
सवाल पूछें
सवाल जरूर पूछें। माना कि आप देश, कॉलेज और क्लास में नए हैं, लेकिन आपकी झिझक पढ़ाई पर नेगेटिव प्रभाव डाल सकती है। किसी भी टॉपिक पर कोई भी सवाल हो उसे अपने साथी क्लासमेट या प्रफेसर से पूछें। क्लास के दौरान किसी विषय पर मन में आने वाले सवाल को अगर आप उसी समय हल करवा लेंगे तो जवाब परीक्षा तक दिमाग में बना रहेगा।
स्टडी ग्रुप का बनें हिस्सा
दोस्तों के साथ कॉलेज में स्टडी ग्रुप का भी हिस्सा बनें। ऐसे ग्रुप का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि स्टूडेंट्स पढ़ते हुए एक-दूसरे से सवाल के हल या टॉपिक समझ सकते हैं। अगर आपसे कॉलेज में कोई क्लास मिस भी हो जाए तो इन ग्रुप के किसी भी मेंबर से आप आसानी से उस दिन पढ़ाए गए विषय को समझने के साथ ही उसके नोट्स ले सकते हैं।
पुराने प्रश्न-पत्र
पुरानी परीक्षाओं के प्रश्न-पत्र सॉल्व करने की आदत डालें। यह आपको पढ़ाई की प्रोग्रेस जानने में तो मदद करेगा ही साथ ही में यह जानने में भी मदद करेगा कि वहां पर सवाल किस पैटर्न में पूछे जाते हैं।