Edited By bharti,Updated: 02 Jul, 2018 02:45 PM
हर किसी व्यक्ति का सपना होता है कि वह विदेश में जाकर पढ़ाई करें। लेकिन विदेशी शिक्षा मंहगी होने ...
नई दिल्ली : हर किसी व्यक्ति का सपना होता है कि वह विदेश में जाकर पढ़ाई करें। लेकिन विदेशी शिक्षा मंहगी होने के चलते हर किसी के बस की बात नहीं होती। बच्चों के साथ - साथ पैरेंट्स के लिए भी यह काफी मुश्किल भरा काम है। पढ़ाई के लिए देश चुनने से लेकर यूनिवर्सिटी और कोर्स चुनने तक, स्टूडेंट्स और उनके पैरेंट्स खासा परेशान होते हैं। पढ़ाई के लिए देश चुनने से लेकर यूनिवर्सिटी और कोर्स चुनने तक, स्टूडेंट्स और उनके पैरेंट्स खासा परेशान होते हैं । एेसे में अगर आप भी विदेश जाकर पढ़ाई करना चाहते है तो ऑस्ट्रेलिया आपके लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन हो सकती है
दरअसल, विदेश में पढ़ाई की इच्छा रखने वाले भारतीय स्टूडेंट्स के लिए नए हब के रूप उभर रहा है। ऑस्ट्रेलिया में न केवल उन्हें हायर स्टडीज की सुविधा मिल रही है बल्कि वहां उन्हें जॉब्स मिलने में भी आसानी होती है। पहले अधिकतर भारतीय स्टूडेंट पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स की पढ़ाई के लिए विदेश का रुख करते थे लेकिन अब अंडरग्रजुएट कोर्स की पढ़ाई विदेश से करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या में भी इजाफा हुआ है।
अमेरिका की कठिन इमीग्रेशन कानूनों और वर्क राइट की वजह से अब पढ़ाई के लिए अमेरिका जाने वाले स्टूडेंट्स का मोह भंग हुआ है। जो स्टूडेंट्स पहले यूएस में पढ़ाई करना चाहते थे उनमें भी अब असुरक्षा की भावना आ गई है। अब कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों की तरफ भारतीय स्टूडेंट्स का झुकाव बढ़ा है।
ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई का सबसे बड़ा फायदा ये है कि यहां आप न केवल वर्क एक्सपीरियंस हासिल कर सकते हैं साथ ही पढ़ाई के साथ ही अपने खर्च के लिए कानूनी रूप से पैसा भी कमा सकते हैं। इसकी वजह से भी ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई में दिलचस्पी रखने वाले भारतीय स्टूडेंट्स की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।
विदेश में पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन लेना भी अब आसान हो गया है। ऑस्ट्रेलिया का पोस्ट स्टडी वर्क राइट स्टूडेंट्स को रहने और पढ़ाई का खर्च उठाने में मदद करता है. इसके अलावा वहीं की पढ़ाई और वर्क एक्सपीरियंस उनकी सीवी की वैल्यू को भी बढ़ाता है। तो अगर आप विदेश में पढ़ाई की इच्छा रखते हैं तो ऑस्ट्रेलिया आपके लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकता है