Edited By pooja,Updated: 03 May, 2018 09:36 AM
: दिल्ली विश्वविद्यालय के शैक्षणिक सत्र 2018-19 में स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिला प्रक्रिया में कई बदलाव देखने को मिल रहे हैं। आरक्षित वर्ग की सीटें खाली रह जाने
नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय के शैक्षणिक सत्र 2018-19 में स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिला प्रक्रिया में कई बदलाव देखने को मिल रहे हैं। आरक्षित वर्ग की सीटें खाली रह जाने को ध्यान में रखते हुए दाखिला समिति ने इस साल ओबीसी छात्राओं का दाखिला प्रतिशत बढ़ाने के लिए अलग कदम उठाया है। इस बार उन्हें दाखिले में कट ऑफ में दो प्रतिशत का अतिरिक्त लाभ दिया जाएगा।
इस बार डीयू स्नातक पाठ्यक्रमों में ओबीसी वर्ग की छात्राओं के दाखिले को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें दो प्रतिशत का लाभ दिया जाएगा। अभी तक कुछ कॉलेज छात्राओं को एक प्वाइंट यानी एक प्रतिशत देते आ रहे हैं। अब दो प्रतिशत का लाभ ओबीसी की छात्राओं के लिए दिया जा रहा है। इससे इन छात्राओं की संख्या बढऩे की उम्मीद की जा रही है। दाखिला समिति के एक सदस्य का कहना है कि डीयू में स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिला प्रक्रिया में यह देखा गया है कि 8000 लड़कों की तुलना में तकरीबन 6000 छात्राएं ओबीसी वर्ग में आवेदन करती हैं। यह बीते कई सालों के रिकॉर्ड में सामने आया है कि सिर्फ ओबीसी ही ऐसी श्रेणी हैं जहां लड़कों की तुलना में लड़कियों के आवेदन कम आते हैं। इसी कारण महिला कॉलेजों में सीटें खाली रह जाती हैं।
ये काम की बातें रखें ध्यान-:
ठअगर आप किसी जाति, वर्ग या श्रेणी का डीयू के दाखिले में लाभ लेना चाहते हैं तो उससे संबंधित प्रमाण पत्र तैयार करके रखें।
क्रीमी और नॉन क्रीमी लेयर अलग तरह ओबीसी प्रमाण पत्र तैयार करके रख लें।
नए बदलाव के मुताबिक आप खेल कोटे में तीन सर्वश्रेष्ठ प्रमाण पत्र अपलोड कर सकेंगे। इसलिए सभी प्रमाण पत्र तैयार रखें।
पोर्टल में इस साल पत्रकारिता में पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स को जोड़ा गया है, इसमें भी अन्य की तरह ही आवेदन कर सकेंगे।
एक ही पोर्टल से मेरिट और प्रवेश परीक्षा आधारित पाठ्यक्रमों के आवेदन होंगे। इसमें आवेदन पत्र भी एक ही होगा।
ऑनलाइन आवेदन पत्र भरने से पहले वेबसाइट पर दिए गए बुलेटिन को गंभीरता से पढ़ें। इससे आवेदन पत्र में गलती करने से बचेंगे।
डीयू में सभी दाखिले कट ऑफ के अनुसार होंगे, इसलिए दाखिले के नाम पर किसी भी संस्था या व्यक्ति के झांसे में न आएं।
विश्वविद्यालय थैलीसीमिया, तेजाब पीड़ितों सहित तमाम विशेष वर्गों को दाखिले में छूट देता है, इस पर वेबसाइट से जानकारी लें।