Edited By Riya bawa,Updated: 03 May, 2020 11:56 AM
देशभर में लॉक डाउन के कारण रिजल्ट्स आने में देरी हो रही है। इसी बीच का यूपी बोर्ड की ओर से कॉपियों की जांच का काम शुरू होने वाला है। बता दें कि अगले सप्ताह 05 मई 2020 से ...
नई दिल्ली: देशभर में लॉक डाउन के कारण रिजल्ट्स आने में देरी हो रही है। इसी बीच का यूपी बोर्ड की ओर से कॉपियों की जांच का काम शुरू होने वाला है। बता दें कि अगले सप्ताह 05 मई 2020 से आंसर कॉपियों की जांच शुरू करने वाला है। इस बार 56 लाख छात्र हाई स्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल हुए थे, इन सभी छात्रों को अपने परीक्षा के परिणामों का इंतजार है। ऐसे में बोर्ड 5 मई से कॉपियों के मूल्यांकन का काम शुरू कर देगा।
यूपी बोर्ड के छात्रों के लिए राज्य बोर्ड परीक्षा 18 फरवरी से शुरू हुई और 6 मार्च को संपन्न हुई, लेकिन देशव्यापी लॉकडाउन होने के कारण मूल्यांकन का कार्य रुक गया हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी स्वास्थ्य प्रोटोकॉल को बनाए रखते हुए मूल्यांकन प्रक्रिया कैसे की जाएगी, इस बारे में बोर्ड ने कोई दिशानिर्देश जारी नहीं किया है।
इस बार 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षा में पंजीकृत 56 से ज्यादा छात्र-छात्रा पंजीकृत थे। 4.5 लाख से ज्यादा छात्र-छात्राओं ने परीक्षा छोड़ दी। करीब 3.5 करोड़ कॉपियां जांची जानी है। इस बार यूपी बोर्ड की कॉपियां पहली बार सीसीटीवी और वॉइस रिकॉर्डर की निगरानी में जांची जा रही है। बता दें कि सरकार ने देशव्यापी लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाकर 17 मई 2020 तक दी है। लॉकडाउन के दौरान कुछ चीजों पर पाबंदी रहेगी. इसमें स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक व ट्रेनिंग या कोचिंग इंस्टीट्यूट्स भी शामिल हैं।