Edited By pooja,Updated: 25 Dec, 2018 04:19 PM
सिविल सर्विसेज परीक्षा में अभ्यर्थियों की उम्र-सीमा को लेकर नीति आयोग की सिफारिश को विराम लगा दिया है। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा
नई दिल्ली: सिविल सर्विसेज परीक्षा में अभ्यर्थियों की उम्र-सीमा को लेकर नीति आयोग की सिफारिश को विराम लग गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है कि सिविल सेवा परीक्षाओं में आयु सीमा में बदलाव को लेकर सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया है।
बता दें कि सिविल सर्विसेज के अभ्यर्थियों के लिए अधिकतम आयु कम करने की सिफारिश की गई थी। साथ ही सिविल सर्विसेज की परीक्षा से लेकर बुनियादी शिक्षा में भी कई बदलाव करने की हिमायत की गई थी।
नीति आयोग की रिपोर्ट 'स्ट्रैटेजी फॉर न्यूइंडिया @75' में कहा गया था कि सिविल सर्विसेज के जनरल उम्मीदवारों की अधिकतम आयु 32 से घटाकर 27 साल कर दी जानी चाहिए। वहीं नीति आयोग ने सुझाव दिया है कि सभी सिविल सेवाओं के लिए केवल एक ही परीक्षा ली जानी चाहिए। नीति आयोग ने यह भी कहा था कि केंद्रीय और राज्य स्तर पर मौजूदा 60 से अधिक अलग-अलग सिविल सर्विसेज सेवाओं को कम करने की जरूरत है।
इस रिपोर्ट में लेटरल एंट्री को भी बढ़ावा देने की बात कही गई थी। नीति आयोग का सुझाव है कि सरकार के उच्च पदों पर विशेषज्ञों के शामिल होने से गुणवत्ता प्रदान होगी। बता दें कि इससे पहले सरकार ने लेटरल एंट्री के तहत जॉइंट सेक्रेटरी पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे।