Edited By bharti,Updated: 17 Oct, 2018 04:13 PM
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए आवेदन करने की प्रकिया खत्म हो चुकी है। परीक्षा के लिए एडमिट ...
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए आवेदन करने की प्रकिया खत्म हो चुकी है। परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड 30 अक्टूबर तक जारी किए जाएंगे। 4 नवंबर, 2018 को होने वाली यह परीक्षा दो भागों में आयोजित की जाएगी। पेपर 1 और पेपर 2। पेपर 1 का आयोजन उन उम्मीदवारों के लिए किया जाता है जो पहली से 5वीं क्लास तक पढ़ाना चाहते हैं। दूसरा पेपर 6 से 8वीं क्लास तक के छात्रों को पढ़ाने वाले उम्मीदवारों के लिए आयोजित होता है। अगर आप भी इस परीक्षा की तैयारी रहे है तो आइए जानते हैं कुछ एेसे टिप्स के बारे में जो आपको सफलता दिलाने में मददगार साबित हो सकते हैं।
प्लानिंग
किसी भी काम की सफलता बहुत हद तक उसकी प्लानिंग पर निर्भर करती है। अगर प्लानिंग अच्छी होती है तो सफलता के चांस बढ़ जाते हैं। एग्जाम पर भी यह बात लागू होती है। तैयारी से पहले आपको प्लानिंग करनी चाहिए। प्लानिंग करने के लिए पहले अपने आप को आंकें। आप किस विषय में अच्छे हैं और किस में कमजोर। फिर एक अच्छी योजना बनाएं।
टाइम मैनेजमेंट
प्लानिंग के बाद टाइम मैनेजमेंट का नंबर आता है। आपको हर विषय के महत्व को देखते हुए यह तय करना है कि किस विषय पर आपको कितना समय देना है। साथ ही, यह भी देखना होगा कि जिस विषय में आप कमजोर हैं, उस पर ज्यादा ध्यान दें।
स्टडी मटीरियल
पहले बुनियादी कॉन्सेप्ट को क्लियर कर लें। इसके लिए एनसीईआरटी की किताबें बेहतर होंगी। एनसीईआरटी की किताबों के अंत में दी गई एक्सरसाइज को जरूर हल करें। फिर बीते साल के क्वेस्चन पेपर को हल करें। इसके बाद किसी विश्वसनीय प्रकाशन की संबंधित पुस्तक लेकर अभ्यास करें। जो पढ़ें, उसका नोट बनाना न भूलें। अहम बातों को पॉइंट में नोट कर लें।
मॉक टेस्ट
मॉक टेस्ट वह साधन होता है, जिसकी मदद से आप जान पाते हैं कि आप कितने पानी में हैं। समय-समय पर मॉक टेस्ट करने से आपको पता चल जाता है कि कहां ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। मॉक टेस्ट में आप पिछले साल के पेपरों को भी हल करके देख सकते हैं।
रिविजन
परीक्षा की तैयारी में पढ़ने से भी सबसे ज्यादा अहम चीज रिविजन करना है। हकीकत यह है कि इंसान का दिमाग एक बार पढ़ी हुई चीज को कुछ समय अंतराल के बाद भूलना शुरू कर देता है और अगर दोबारा नहीं पढ़ा तो कुछ समय के अंदर सब कुछ भूल जाता है। दूसरी ओर, जब आप बार-बार रिविजन करते हैं तो चीजें पक्के तौर पर याद हो जाती हैं, जिसे आप कभी नहीं भूलते। इसके अलावा, गणित और हल करने वाले अन्य विषयों में भी आप रिविजन से परफेक्ट होते हैं।