Edited By Sonia Goswami,Updated: 19 Jul, 2018 04:29 PM
पंजाब यूनिवर्सिटी के माईक्रोबल बायोटैक्नोलॉजी के प्रो. रूपिंद्र तिवाड़ी ने वी.सी. सिलैक्शन के लिए बनी सर्च कमेटी पर ऑब्जैक्शन उठाया है।
चंडीगढ़ (रश्मि हंस): पंजाब यूनिवर्सिटी के माईक्रोबल बायोटैक्नोलॉजी के प्रो. रूपिंद्र तिवाड़ी ने वी.सी. सिलैक्शन के लिए बनी सर्च कमेटी पर ऑब्जैक्शन उठाया है। प्रो. तिवाड़ी ने कहा कि समझ नहीं आ रहा कि यहां वी.सी. का चयन हो रहा है या लाफ्टर शो चल रहा है। प्रो. तिवाड़ी ने कहा कि मैरिटोरियस प्रोफैसर को साक्षात्कार के लिए न बुलाना पी.यू. के उम्मीदवारों के लिए तमाचे के समान है। प्रो. तिवाड़ी ने सिलैक्शन कमेटी और सिलैक्शन का कड़ा विरोध किया है। प्रो. तिवाड़ी के मुताबिक कमेटी में जो सदस्य हैं वे आर.एस.एस. से जुड़े हैं। वहीं कैंपस से प्रो. एस.के. तोमर को वी.सी. बनाने की बात हो रही है। वह आर.एस.एस. से जुड़े हैं और उन्हें साक्षत्कार के लिए बुलाया है। उन्होंने कहा कि प्रो. तोमर की योग्यता और उनकी एडमिनिस्ट्रेटिव क्रैडिट को जानते हैं। जबकि कैंपस में उनसे काबिल और अनुभवी प्रोफैसर हैं। प्रो. तिवाड़ी ने कहा कि मैं यह नहीं कहता कि मेरा चयन हो, लेकिन पी.यू. के अनुभवी प्रोफैसरों को भी बुलावा नहीं भेजा गया। प्रो. तिवाड़ी ने इन पूर्व डी.यू.आई. ए.के. भंडारी, प्रो.मीनाक्षी मल्होत्रा, प्रो. कटारिया का नाम भी लिया।
सिलैक्शन कमेटी में नहीं बेहतर अधिकारी
जो सर्च कमेटी बनाई है उसमें एक एक्स प्रोफैसर वी.सी. है, जबकि कुछ अब भी कई यूनिवर्सिटयों में वी.सी. हैं। एक प्रोफैसर कैसे किसी वी.सी. का चयन कर सकता है। सिलैक्शन कमेटी में जो भी मैंबर हैं वे सिर्फ कठपुतली हैं। हालांकि कमेटी में यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. चेयरमैनशिप,नैक चेयरमैनशिप से भी बेहतर पॉजीशन के अधिकारी हो सकते थे।
प्रधानमंत्री को लिखेंगे पत्र: प्रो. तिवाड़ी ने कहा कि वह इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति वैकेंया नायडू, एम.एच.आर.डी. मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को लिखेंगे। प्रो. तिवारी ने कहा कि वह आर.टी.आई. भी डांलेगे।
प्रो. तिवारी का प्रोफाईल: प्रो. तिवारी माईक्रोबायालॉजी में लंदन और पी.यू. से दो बार पीएच.डी. कर चुके हैं। उन्हें यू.एस.एस. की राकफैल्टर और कॉमनवैल्थ अकैडमिक स्टाफ स्कॉलरशिप से समामनित किया जा चुका है। वह पी.यू. के सीनेट भी रहे हैं।