Edited By pooja,Updated: 24 Jan, 2019 12:20 PM
सुरिंदर पाल सैनी दिल्ली के गुरु नानक कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन जो कि गुरु गोबिंद सिंह इंदरप्रस्थ से मान्यता प्राप्त है,में सात दिवसीय फेकल्टी विकास कार्यक्रम के सम्बन्ध में
नई दिल्ली (सुरिंदर पाल सैनी): दिल्ली के गुरु नानक कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन में सात दिवसीय फेकल्टी विकास कार्यक्रम के सम्बन्ध में कार्यशाला का समापन हुआ। इस कार्यशाला का विषय था " शिक्षा में सूचना एवं संचार तकनीक''।
इस कार्यक्रम में मुख्य मेहमान के रूप में प्रोफेसर एम. सी. शर्मा ( डायरेक्टर टीचर एजुकेशन प्रोजेक्ट यूनिसेफ ) ने शिरकत की और सेशन की अध्यक्षता इंदरप्रस्थ गुरु गोबिंद सिंह विश्वविद्यालय के डीन प्रोफेसर संगीत चुहान ने की | मुख्य-अतिथि ने अपने भाषण में आज के शिक्षा के युग में सूचना तकनीक के योगदान की अहमियत के बारे में बताया |
कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ: ज्योति भल्ला ने कॉलेज की गतिविधियों के बारे में विस्तार से सबको अवगत करवाया | कॉलेज के डायरेक्टर डॉ: हरमीत सिंह ने कॉलेज की प्रगति पर चर्चा करते हुए सभी का स्वागत करते हुए अपने भाषण में एक अच्छे शिक्षक की भूमिका बताई | एन. सी.ई। आर.टी.के डॉ:खान ने सूचना तकनीक के शिक्षा में प्रयोग के विभिन्न पहलुओं पर प्रयोग का महत्व समझाया |
जामिया मिलिया इस्लामिया से अपना पेपर पेश करने पहुंची डॉ: हरजीत कौर ने बताया कि किस तरह से सूचना तकनीक का इस्तेमाल करके एक प्रभावशाली शिक्षा से हम शिक्षण के स्तर को ऊंचा उठा सकते हैं| डॉ:जसपाल सिंह ने भी आज के युग में सूचना तकनीक की एक शिक्षक की जरूरत पर रोशनी डाली | उन्होंने भाग लेने वाले अभ्यासार्थिओं को प्रमाण पत्र वितरित किये और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की | अंत में कॉलेज के डायरेक्टर डॉ: हरमीत सिंह ने सभी को इस कार्यक्रम की सफलता पर धन्यवाद किया।