Edited By ,Updated: 25 Jul, 2015 05:22 PM
भारतीय मूल के बैंकर अंशु जैन को इंटर-बैंक ब्याज दर घोटाले में नियामक से झूठ बोलने के आरोपों के मामले में जर्मनी के वित्तीय क्षेत्र के नियामक बाफिन से क्लीन चिट मिल गई है।
लंदन: भारतीय मूल के बैंकर अंशु जैन को इंटर-बैंक ब्याज दर घोटाले में नियामक से झूठ बोलने के आरोपों के मामले में जर्मनी के वित्तीय क्षेत्र के नियामक बाफिन से क्लीन चिट मिल गई है। जैन ड्यूश बैंक के पूर्व सह-प्रमुख थे।
ड्यूश बैंक के सह-सी.ई.आे. का पद 30 जून को छोडऩे वाले जैन पर जर्मनी के केन्द्रीय बैंक को ‘जानबूझकर गलत बयान देने’ का भी आरोप लगा था।
रिपोर्टों के अनुसार, फेडरल फाइनेंशियल सुपरवाइजरी अथारिटी (बाफिन) ने दर तय करने के घोटाले की जांच रिपोर्ट में ड्यूश बैंक और जैन की आलोचना की थी। हालांकि, दैनिक वाणिज्यिक अखबार फाइनेंशियल टाइस की आज की एक रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘बाफिन ने अपनी जांच के एक प्रमुख को छोड़ दिया है और जैन को क्लीन चिट दे दी है।’’
जैन पर लिबॉर दर में गड़बड़ी के बारे में जानकारी केन्द्रीय बैंक को देने में झूठ बोलने का आरोप था। ड्यूश बैंक कहा है, ‘‘इस जांच को अंतिम नतीजे तक पहुंचाने के लिए हम नियामक के साथ काम करते रहेंगे।’’