Edited By Piyush Sharma,Updated: 24 Sep, 2021 04:45 PM
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी द्वारा जल्द ही देश में फ्लेक्स –फ्यूल इंजन के नाम से एक पॉलिसी लागू की जाएगी। जिसके तहत आने वाले समय में वाहनों में बायो-फ्यूल का प्रयोग किया जाएगा।
एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए गडकरी ने कहा,...
ऑटो डेस्क:केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी द्वारा जल्द ही देश में फ्लेक्स –फ्यूल इंजन के नाम से एक पॉलिसी लागू की जाएगी। जिसके तहत आने वाले समय में वाहनों में बायो-फ्यूल का प्रयोग किया जाएगा।
एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए गडकरी ने कहा, "अगले 3 से 4 महीनों में, मैं एक आदेश जारी करूंगा, जिसमें सभी वाहन निर्माताओं के लिए फ्लेक्स इंजन वाले वाहनों को बनाना अनिवार्य होगा।" इससे पहले भी गडकरी द्वारा इस बारे में बात की गई है।
फ्लेक्स-फ्यूल नॉर्मल इंटर्नल कंब्शन इंजन जैसा ही होता है। लेकिन इस इंजन की खास बात यह है कि इसे एक या एक से ज्यादा तरह के फ्यूल से चलाया जा सकता है। हालांकि कई मामलों में इस इंजन में मिक्स फ्यूल का उपयोग भी किया जाता है।
यदि इसे सरल भाषा में समझें तो इस इंजन में पेट्रोल और इथेनॉल या मेथनॉल के मिश्रण का भी प्रयोग किया जा सकता है।
इससे पहले नितिन गडकरी द्वारा सार्वजनिक वाहनों में बायो-सीएनजी, इथेनॉल, मीथेनॉल, इलेक्ट्रिक और ग्रीन हाइड्रोजन जैसे फ्यूल के प्रयोग पर ज़ोर दिया गया है।
फिलहाल अगर देखा जाए तो ग्रीन ईंधन के उपयोग से नागरिकों को पेट्रोल की बढ़ती कीमतों से कुछ राहत मिल सकेगी । क्योंकि देश में इस समय इथेलॉल की कीमत 62.65 रूपये है जबकि एक लीटर पेट्रोल की कीमत 100 रूपये और डीज़ल की कीमत 90 रुपये प्रति लीटर है।
इसके साथ ही इस इंजन की खास बात यह रहेगी कि फ्लेक्स-फ्यूल इंजन की शुरुआत के साथ ही वाहन मालिकों को अपनी कारों को पूरी तरह इथेनॉल पर चलाने का ऑप्शन भी मिल जाएगा।