Edited By ,Updated: 06 Feb, 2015 07:16 AM
कलायत क्षेत्र के युवाओं को जन्म प्रमाण पत्र से महरूम रहना पड़ सकता है। नगरपालिका में रखे संबंधित रिकार्ड के रजिस्टर करीब-करीब नष्ट हो चुके हैं।
कलायत (कुलदीप): कलायत क्षेत्र के युवाओं को जन्म प्रमाण पत्र से महरूम रहना पड़ सकता है। नगरपालिका में रखे संबंधित रिकार्ड के रजिस्टर करीब-करीब नष्ट हो चुके हैं। कटे-फटे रजिस्टर से बड़ी तादाद में नाम गायब हो चुके हैं। ऐसे नामों की भी सूची लम्बी है जिन्हें सही तरह पढऩा तक नामुमकिन है। ऐसा भी नहीं कि संबंधित कर्मचारी ने इसे सम्भालकर रखने में कोई कसर न छोड़ी हो लेकिन वर्ष 1993 से 1998 तक के रिकार्ड की स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि इसको दुरुस्त रखना अब मुश्किल हो गया है।
दिन-प्रतिदिन रद्दी में तबदील होते जा रहे रिकार्ड को बचाने के लिए न.पा. के लिपिक संदीप यादव हरियाणा जन्म पंजीकरण विभाग के मुख्य रजिस्ट्रार तक को पत्र लिख चुके हैं। जिला सिविल सर्जन को भी वे बार रिकार्ड के सुधारीकरण व सुझाव बारे पत्र लिख चुके हैं लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। दीगर है कि जन्म पंजीकरण का पुन: रजिस्ट्रेशन लम्बी प्रक्रिया है। इसमें जहां प्रार्थी को अनेक औपचारिकताएं पूरी करनी पड़ती हैं, वहीं इससे सरकारी कामकाज पर प्रभाव पड़ता है। इसके बावजूद रिकार्ड को रामभरोसे छोड़ देना हैरानी का विषय है।
‘लैमीनेशन करवा लो, सब ठीक हो जाएगा’
जन्म का पंजीकरण 1 रजिस्टर में दर्ज किया जाता है। इसके पेज बुरी तरह नष्ट हो चुके हैं लेकिन हैरानी की बात है कि इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी हवा में तीर छोड़ते हुए लैमीनेशन करवाने की बात कह रहे हैं, जबकि वे स्वयं इस बात से भली-भांति परिचित हैं कि रजिस्टर के पन्नों पर लैमीनेशन नहीं करवाया जा सकता।
होगी प्रभावी कार्रवाई : एस.डी.एम.
अश्वनी मैंगी ने बताया कि जन्म पंजीकरण अति महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। किन कारणों के चलते न.पा. में रखा रिकार्ड खराब हो रहा है, इसकी जांच की जाएगी। जिस विभाग ने लापरवाही बरती है, निश्चित तौर से उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी।