Edited By ,Updated: 15 Jun, 2015 05:22 PM
कैदियों को अपराध की राह से मानवता के रास्ते पर ले जाने के लिए करनाल जेल अब स्वच्छता के मामले में नई पहल करने जा रही है।
करनाल (कमल मिड्ढा): कैदियों को अपराध की राह से मानवता के रास्ते पर ले जाने के लिए करनाल जेल अब स्वच्छता के मामले में नई पहल करने जा रही है। जेल प्रशासन ने अब यहां हर रोज निकलने वाले सैंकड़ो टन कूड़े का निस्तारण करने और इससे आर्थिक लाभ कमाने का जरिया तलाश लिया है।
नगर निगम के सहयोग से करनाल जेल प्रशासन ने जेल में कचरा निस्तारण प्लांट की आधारशिला रखी। इस प्लांट का शिलान्यास करनाल नगर निगम की कमिशनर सुमेधा कटारिया ने अपने हाथों से किया।
इस कचरा प्लांट और इससे होने वाले फायदे के बारे में बताते हुए निगम कमिश्नर सुमेधा कटारिया ने कहा कि करनाल जेल में किए जा रहे सुधार कार्यों से वे काफी प्रभावित है, लेकिन एक प्रमुख समस्या जिसके बारे में उन्हें बार-बार कहा जा रहा था।
उन्होंने कहा कि सूखे कचरे से उर्जा बनाई जा सकती है और कचरे को सही प्रकार से प्रबंधन किया जाए तो ये हमारे लिए मूल्यवान सिद्द हो सकता है। कटारिया ने कहा कि करनाल जेल में रहने वाले 2500 कैदियों के लिए जो भोजन बनाया जाता है।
वहीं, करनाल जेल अधीक्षक शेर सिंह जिनके प्रयासों से जेल में अनेक तरह के सुधारात्मक कार्य किए जा रहे हैं। उनके लिए भी ये एक सपने के सच होने जैसा ही है। उन्होंने कहा कि रोजमर्रा पेश आने वाली कचरे की समस्या से निजात पाने के लिए इससे बेहतर उपाय नहीं हो सकता था।