Edited By ,Updated: 22 Jun, 2015 12:10 PM
नाग नागिन के किस्से अक्सर फिल्मों में ही देखने को मिलते हैं लेकिन पिहोवा के गांव बिलोचपुरा के निकट स्थित एक डेरे में रहने वाले लोगों ने अपनी आंखों से नाग-नागिन के करतबों को देखा।
कुरुक्षेत्र (रणदीप रोड): नाग नागिन के किस्से अक्सर फिल्मों में ही देखने को मिलते हैं लेकिन पिहोवा के गांव बिलोचपुरा के निकट स्थित एक डेरे में रहने वाले लोगों ने अपनी आंखों से नाग-नागिन के करतबों को देखा। सांपों का ये जोड़ा पिछले कई दिन से इनके घर के कमरे में घुसा हुआ था। घर के कमरे में नाग-नागिन को आपस में लिपटा देख परिवार के लोगों में दहशत फैल गई।
नाग नागिन के घर में होने की सूचना पाकर ग्रामीणों की भीड़ घर के बाहर जमा हो गई। जिसके बाद कैथल से सांप पकड़ने वाले सपेरों को बुलाया गया। कई घंटे की कड़ी मश्क्कत के बाद सपेरों ने नाग नागिन के जोड़े को पकड़ कर पिटारे में बंद किया। इस दौरान नागिन ने सपेरे जगदीश नाथ के हाथ पर काट भी लिया लेकिन उसके पास मौजूद जहर मोहरे से इलाज के बाद सपेरा सांप के जहर के प्रभाव से बच गया।
परमजीत सिंह ने बताया कि उनके घर में पिछले कई दिन से नाग नागिन का जोड़ा घुसा हुआ था। कई बार परिजनों ने इस जोड़े को देखा लेकिन शोर सुनकर यह दीवार में घुस जाता था। तब उन्हें लगता था कि शायद जोड़ा घर से चला गया। लेकिन रविवार को जब वह कमरे में गया तो वहां जोड़े को आपस में लिपटा देख घबरा गया और बाहर आकर शोर मचा दिया।
उन्होंने कमरे का दरवाजा बंद कर दिया और सपेरों को बुलाया। सपेरों ने बीन बजाकर सांपों को कमरे के दरवाजे तक निकाल लिया लेकिन इसी बीच सपेरे जगदीश नाथ का मुंह दूसरी तरफ होते ही नागिन ने उसके हाथ पर डस लिया। उस समय सपेरे के पास मौजूद जहर मोहरे के प्रयोग से वो जहर के प्रभाव से बच गया।
सपेरे जगदीश नाथ ने बताया कि वह बचपन से सांप पकड़ने का काम करता आ रहा है। जब उसे या किसी अन्य व्यक्ति को सांप काट जाता है तो वह जहर मोहरे को उसके शरीर पर चिपका देता है। जिससे यह सारा जहर चूस लेता है और फिर इसे कच्चे दूध में डालने पर सारा जहर उसमें छोड़ देता है। सांपों को पकड़कर सपेरे उन्हें अपने साथ ले गए।