Edited By Vikash thakur,Updated: 07 Nov, 2020 11:07 PM
दलगत राजनीति से ऊपर उठकर किसान-मजदूर हित में काम करना चाहिए था : कुंडू
चंडीगढ़, (बंसल): निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने 2 दिन के विधानसभा सत्र को लेकर कहा कि आज सबसे बड़ा मुद्दा 3 काले कृषि कानून हैं, जिन पर चर्चा करके सभी को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर किसान-मजदूर हित में काम करना चाहिए था लेकिन सत्तापक्ष और विपक्ष द्वारा एक प्लाङ्क्षनग के तहत इन बातों को दबाया गया। कृषि कानूनों को लेकर मैंने जो गंभीर सवाल उठाए हैं उनमें से किसी एक सवाल का जवाब भी सत्तापक्ष नहीं दे पाया।
कुंडू आज अपने फ्लैट पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दो दिन के इस सत्र में बर्खास्त पी.टी.आई. के मामले पर चर्चा होनी चाहिए थी और मैंने सवाल लगाए लेकिन सरकार के पास इसका कोई जवाब नहीं था। प्रदेश में पिछले करीब 8 साल से जे.बी.टी. टीचर्स की भर्ती न होने से काबिल युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है लेकिन हैरानी की बात है कि सरकार छात्र-शिक्षक अनुपात बढ़ाकर कह रही है कि जे.बी.टी. टीचर की कोई पोस्ट ही खाली नहीं है। उन्होंने कहा कि इस सत्र में गैस्ट टीचर्स व आशा वर्कर्स तथा बेरोजगारी पर विस्तार से चर्चा होनी चाहिए थी लेकिन सत्तापक्ष के साथ खेल रचकर विपक्ष ने समय खराब किया और ऐसे बेहद जरूरी विषयों पर गंभीर चर्चा नहीं हो सकी, जो सही नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर इसी तरह से विधानसभा सत्र चलेगा तो यह लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं कहा जा सकता। एक सवाल के जवाब में उन्होंने 75 प्रतिशत रोजगार प्रदेश के युवाओं को आरक्षित करने को अच्छा कदम बताया लेकिन इसके जिलों संबंधी प्रावधान पर आपत्ति जताई।