Edited By bhavita joshi,Updated: 05 Jun, 2019 01:10 PM
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि किसानों को जोखिम फ्री बनाने की दिशा में पहल करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है।
चंडीगढ़(बंसल): हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि किसानों को जोखिम फ्री बनाने की दिशा में पहल करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है। इस कड़ी में आगे बढ़ते हुए गत वर्ष फसलों की आगजनी को प्राकृतिक आपदा श्रेणी में शामिल किया गया था और अब नहर टूटने या ओवर फ्लो के कारण होने वाले फसलों के नुक्सान की भरपाई भी की जाएगी। इसके अलावा बाढ़ से अगर किसी किसान का नलकूप खराब हो जाता है तो इसके लिए भी सरकार शीघ्र ही एक नीति बनाएगी।
धनखड़ विभाग के अधिकारियों की बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। एक प्रश्न के उत्तर में धनखड़ ने कहा कि भावांतर भरपाई योजना में शामिल आलू, टमाटर, गोभी और प्याज के लिए एक-एक रुपए भरपाई का दायरा बढ़ाया जाएगा। आलू व टमाटर में यह 4 रुपए से बढ़ाकर 5 रुपए तथा गोभी व प्याज के लिए 6 रुपए किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पहले वर्ष भावांतर भरपाई योजना के तहत 10579 एकड़ रकबे को कवर किया गया और 4435 किसानों ने पंजीकरण करवाया था, जिन्हेें लगभग 12 लाख रुपए की भरपाई की गई। इस तरह दूसरे वर्ष 20346 किसानों ने 66250 एकड़ का पंजीकरण करवाया तथा उन्हें 9.40 करोड़ रुपए की भरपाई की गई। इस योजना के तहत 25 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया गया है।
किसान सम्मान निधि के लिए हरियाणा ने केंद्र को डाटा उपलब्ध करवाया
धनखड़ ने बताया कि कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारियों की मेहनत और उन्होंने किसानों के हाईटैक होने के कारण हरियाणा ने सबसे पहले प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लिए केंद्र सरकार को डाटा उपलब्ध करवाया। इसके परिणामस्वरूप हरियाणा के 9,63,821 किसानों को सम्मान निधि की पहली किस्त तथा 935929 को दूसरी किस्त मिल पानी संभव हुई हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना भी किसानों के लिए कारगर सिद्ध हो रही है। अब तक 1846 करोड़ रुपए की राशि किसानों को दी जा चुकी है।