Edited By Chandan,Updated: 17 Jun, 2021 07:22 PM
गौरतलब है कि गुरुग्राम में कर्मा लेक लैंड में Givemetreestrust नर्सरी बननें जा रही है। Give me trees trust की तरफ से जारी किये गए बयान में यह कहा गया है इस जगह का चुनाव इसलिए किया गया है क्यों कि यहाँ पर सिक्यूरिटी व पानी की उचित व्यवस्था है तथा...
नई दिल्ली। हरियाणा के गुरुग्राम में Give me trees trust के तत्वावधान में चलाये जा रहे हरियाली क्रांति अभियान के तहत ढेर सारे पौधों का एक्स्ट्रसन (दीवाल से निष्कासन) और पौधारोपड का कार्य किया गया तथा दुनियां के सबसे बड़ी पीपल और बरगद के वृक्षों के नर्सरी की नीव रखी गई। इस मौके पर सी आर पी ऍफ़ के 31 बटालियन ने अपनी भागीदारी निभाई।
गौरतलब है कि गुरुग्राम में कर्मा लेक लैंड में Givemetreestrust नर्सरी बननें जा रही है। Give me trees trust की तरफ से जारी किये गए बयान में यह कहा गया है इस जगह का चुनाव इसलिए किया गया है क्यों कि यहाँ पर सिक्यूरिटी व पानी की उचित व्यवस्था है तथा हरियाणा का राजकीय वृक्ष पीपल है जिससे भारी मात्रा में लोगों के जुडनें की उम्मीद भी है। इसमें स्कूल, कालेज, सेना, खिलाड़ी आदि सबकी भागीदारी की योजना बनाई गई है।
यहाँ की नर्सरी में उगाये गए पौधे उत्तर भारत में हरियाली क्रांति के लिए उपयोग में लाये जायेंगे। इस सन्दर्भ में यह बात महत्वपूर्ण है कि आने वाले दिनों में यह राजकीय और राष्ट्रीय वृक्षों की संख्या बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा। गौरतलब है कि हरियाणा का राजकीय वृक्ष पीपल और देश का राष्ट्रीय वृक्ष बरगद है। पौधारोंपण से जुड़े लोगों ने बताया कि नर्सरी बनाने और नर्सरी का निरंतर उपयोग करनें में एक बड़ी दिक्कत यह आती थी कि काश्तकार 11 महीने में अपनी जमीन से उठ जानें के लिए कहा करते थे।
लेकिन यहाँ के जमीन के प्रबंधकीय निदेशक अश्विनी खुराना नें इस जमीन को 10 साल तक के लिए हरियाली क्रांति मुहीम को आगे बढानें के लिए समार्पित कार दिया है। पीपल बाबा नें इस मुहीम की शुरुआत हरियाणा में इसलिए की है क्यूंकि इनका जुड़ाव हरियाणा प्रदेश से रहा है। इनके पिता सिरसा के हैं और इनकी पैदाईस चंदीगढ़ में हुई थी। यह नर्सरी 9 एकड़ क्षेत्रफल में बनेगी जो त्रिवर्षीय कार्यक्रम का हिस्सा है।
पहले चरण में 2 एकड़ की जमीन मार्क की गई है फिर अगले साल और 2 एकड़ और जमीन ली जाएगी तथा तीसरे साल में 5 एकड़ जमीन पर नर्सरी का विकास किया जायेगा। कुल मिला कर 20 लाख पेड़ों की नर्सरी बनानें की योजना है जोकि पीपल और बरगद का दुनिया की सबसे बड़ी नर्सरी होगी। सी आर पी ऍफ़ के जवान हर महीनें आकर इस नर्सरी की देखभाल में अपना योगदान देंगे।
सी आर पी ऍफ़ कि 31 वीं बटालियन के जावानों नें कहा कि सी आर पी ऍफ़ हमेशा राष्ट्र की शान बढाने के लिए तत्पर रहता है। इन जवानों नें कहा कि जब जब वो दिल्ली एन सी आर में रहेंगे। givemetreestrust के हरियाली क्रांति मुहीम के साथ जुड़कर कार्य करेंगे यहाँ यह बात दीगर है कि सी आर पी ऍफ़ के इन जवानों ने पीपल बाबा के द्वारा विकसित किये गए देश के महत्वपूर्ण शहरी वनीय क्षेत्रों सोरखा, मैंचा, बाबा नीम करोली में हजारों पौधे लगाये हैं | यहाँ तक कि पौधारोपण केन्द्रों पर तालाब खोदनें में भी ये जवान महती भूमिका निभा चुके हैं |
कर्मा लेक लैंड के मैनेजिंग डायरेक्टर अश्विनी खुराना भी पीपल बाबा के पौधारोपण अभियान से पिछले दशक से जुड़े हुए हैं उन्होंने कहा कि ये हमारा सौभाग्य है कि दुनिया की सबसे बड़ी राष्ट्रीय और राजकीय वृक्षों की नर्सरी बनाकर एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की जो मुहीम है वो उसका हिस्सा हैं | पीपल बाबा नें कहा कि ऐसे प्रयासों से सुनहरे भविष्य की शुरुआत होती है जहाँ कहीं भी ऐसा मौका मिलेगा हमारी टीम हरियाली बढानें में अपना योगदान जरूर देती रहेगी