Edited By Archna Sethi,Updated: 23 Oct, 2021 07:42 PM
सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के अधिकारियों ने किया गांव का दौरा
बोर्ड द्बारा कुुरुक्षेत्र में पांच और यमुनानगर में एक महासरोवर का निर्माण किया जाएगा
चंडीगढ़, (अर्चना सेठी)-हरियाणा में सरस्वती नदी को जीवंत करने की दिशा में शनिवार को हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के अधिकारियों ने कुरुक्षेत्र के गांव मुकुरपुर का दौरा किया। गांव मुकुरपुर में बोर्ड द्बारा सरस्वती सरोवर का निर्माण किया जाएगा। सरोवर से गांव और जंगल तक पानी पहुंचाने के लिए पाइप लाइन भी डाली जाएगी। मुकुरपुर का यह स्थान सरस्वती नदी के किनारे पर स्थित है। समाज सेवी मामचंद ने सरस्वती तक पहुंचने के लिए बोर्ड को अपने खेतों में से रास्ता देने की घोषणा भी की है।
सरोवर बनने पर भूजल की स्थिति में भी आएगा सुधार
सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमिच ने दौरे के बाद बताया कि सरोवर प्रोजेक्ट में गांव के लोगों का भी सहयोग मिल रहा है। उन्होंने समाज सेवी मामचंद का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मामचंद की इस सेवा को हमेशा याद रखा जाएगा। इस प्रकार के कार्यो में आम नागरिकों के सहयोग की निहायत जरूरत रहेगी। उन्होंने कहा कि बोर्ड की तरफ से सरस्वती नदी के किनारे सरस्वती सरोवर बनाने की योजना पर काम कर रहा है। इस योजना से बरसाती पानी का प्रबंधन किया जाएगा।
इससे भूजल की स्थिति में भी सुधार आएगा। इन तमाम योजनाओं के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल का ही मार्गदर्शन मिल रहा है। बोर्ड द्बारा प्रदेश में छह सरस्वती सरोवर बनाए जाने हैं और मुकुरपुर गांव का सरोवर भी उनमें से एक है। कुरुक्षेत्र में महुआखेड़ी गांव, संघोर, मुकूरपुर, बोहली और पेहवा के जंगल में पांच सरोवर बनाए जाएंगे। एक सरोवर के निर्माण पर करीब 13 लाख रुपये का खर्च आएगा। पांचों सरोवरों के निर्माण पर तकरीबन 65 लाख रुपये के आसपास का बजट खर्च किया जा सकता है। छठा सरस्वती सरोवर यमुनानगर में बनाया जाना है। यह प्रदेश का सबसे बड़ा सरस्वती सरोवर होगा। यमुनानगर के तीन गांवों की 350 एकड़ जमीन पर यह सरोवर बनेगा।
गांव मुकुरपुर के दौरे के दौबान बोर्ड के उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमच के साथ बोर्ड के अभियंता अरविंद कौशिक, कार्यकारी अभियंता मुनीष बब्बर, धर्मवीर, मामचंद, एसडीओ विकास कटारिया भी मौजूद रहे।