Edited By Sonia Goswami,Updated: 08 Aug, 2018 03:22 PM
रात में नींद के दौरान चिंता या तनाव होना एक स्लिप डिसऑर्डर होता है।
रात में नींद के दौरान चिंता या तनाव होना एक स्लिप डिसऑर्डर होता है। इसे क्लिनिकल टर्म में इन्सोमनिया कहां जाता है, जिसमें लोगों को नींद नहीं आती है या सुबह जल्दी नींद टूट जाती है या फिर सोने में परेशानी महसूस होती है। जिन लोगों को रात में चिंता करने की परेशानी होती है उन्हें दिन में ऐसा महसूस होता है। ऐसे लोग जब सोते हैं तो उनके दिमाग में कई प्रकार की बातें और डर आते रहती हैं और उन्हें अपनी इस सोच पर कोई नियंत्रण नहीं रहता है। जिन लोगों को रात को चिंता की समस्या होती है उनकी नींद रात को अचानक खुल जाती है और कई बार रात को उन्हें पैनिक अटैक भी आता है। रात को चिंता करने वाले लोगों को सपने भी बुरे-बुरे आते हैं और साथ ही उनकी नींद भी पूरी नहीं हो पाती है, जिसकी वजह से उनका स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है। अच्छी नींद के लिए आपकों कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए जैसेः-
1. सोने का समय तय करें
2.कैफीन के सेवन को छोड़ दें
3.अपनी परेशानी को कंट्रोल करें
4.सोते वक्त कोई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट साथ ना रखें
5.एल्कोहल के सेवन को छोड़ दें