Edited By ,Updated: 03 Apr, 2017 10:28 AM
भाजपा चंडीगढ़ के प्रदेशाध्यक्ष संजय टंडन ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को नैतिकता के आधार पर पद से तुरंत इस्तीफा देने की मांग की है।
चंडीगढ़ (विजय): भाजपा चंडीगढ़ के प्रदेशाध्यक्ष संजय टंडन ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को नैतिकता के आधार पर पद से तुरंत इस्तीफा देने की मांग की है। रविवार को चंडीगढ़ प्रैस क्लब में प्रैसवार्ता के दौरान टंडन ने बताया कि वीरभद्र सिंह के ऊपर सी.बी.आई. द्वारा आय से अधिक संपत्ति और दस्तावेजों से की गई छेड़छाड़ के आरोपों को अब दिल्ली के उच्च न्यायालय ने भी सही ठहराया है। ऐसे में उनको खुद ही अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और मामले में जांच एजैंसी के साथ सहयोग करना चाहिए। टंडन ने कहा कि वीरभद्र के खिलाफ सी.बी.आई. द्वारा दायर याचिका में सभी तथ्यों को बारीकी से आकलन किया गया है। मुख्यमंत्री ने न केवल करोड़ों रुपए का गबन किया है बल्कि अपनी काली कमाई को सही करने के लिए फर्जी दस्तावेजों का सहारा भी लिया है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस अब भ्रष्टाचारियों की जननी बनती जा रही है। पार्टी में नैतिकता नाम की कोई चीज नहीं है ।
जांच एजैंसियों को भी किया गुमराह
टंडन ने कहा कि मुख्यमंत्री ने ऐसा करके देश की उच्च जांच एजैंसी को भी गुमराह करने की कोशिश की है, जिसे अदालत ने उचित नहीं माना और वीरभद्र के खिलाफ जांच एजैंसी द्वारा दायर याचिका को उचित माना है। प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने अपनी आरंभिक जांच में यह पाया कि वीरभद्र सिंह ने अपने खातों में यह दिखाया कि वर्ष 2008-09 और वर्ष 2010-11 के दौरान उनके सेब के बागों का मुनाफा करोड़ से ज्यादा था। जबकि उससे पहले के और उसके बाद के सालों में उनका मुनाफा शून्य था। उन्होंने अपनी काली कमाई छुपाने के लिए अपने खातों में अपने सेब का बागों की कमाई को अवैध रूप से दिखाया। टंडन ने कुछ दस्तावेज भी प्रस्तुत किए।