Edited By vasudha,Updated: 01 Nov, 2018 02:06 PM
दुनिया की दिग्गज सॉफ्टवेयर कंपनी गूगल में यौन उत्पीड़न को लेकर विवाद गहराता ही जा रहा है। अब दुनियाभर में कंपनी के 1,500 कर्मचारी कार्यालयों से वॉकआउट की योजना बना रहे हैं। यह प्रदर्शन यौन उत्पीड़न का सामना कर रहे एंडी रुबिन को गूगल द्वारा बचाए जाने...
नेशनल डेस्क: दुनिया की दिग्गज सॉफ्टवेयर कंपनी गूगल में यौन उत्पीड़न को लेकर विवाद गहराता ही जा रहा है। अब दुनियाभर में कंपनी के 1,500 कर्मचारी कार्यालयों से वॉकआउट की योजना बना रहे हैं। यह प्रदर्शन यौन उत्पीड़न का सामना कर रहे एंडी रुबिन को गूगल द्वारा बचाए जाने के विरोध में किया जा रहा है।
विरोध में महिलाएं शामिल
दरअसल, गूगल की नेतृत्व वाली कंपनी 'अल्फाबेट' ने बुधवार को यौन उत्पीड़न को लेकर एक अौर आरोपी कर्मचारी को बाहर का रास्ता दिखा दिया। खास बात यह है कि इसे भी कंपनी की आेर से कोई एग्जिट पैकेज नहीं दिया गया है। वहीं, रुबिन पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद उससे इस्तीफा लेकर नौ करोड़ डॉलर का पैकेज दिया गया। इसी के विरोध में 1,500 कर्मचारी विरोध-प्रदर्शन करेंगे। इनमें से अधिकतर महिलाएं हैं।
48 कर्मचारियों को निकाला बाहर
रिपोर्ट के मुताबिक, यह प्रदर्शन ऐसे वक्त में हो रहा है, जब कुछ ही दिनों पहले गूगल द्वारा बीते दो साल के भीतर 48 लोगों को यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर कंपनी से निकाला गया। हालांकि, इनमें से किसी को भी राहत पैकेज नहीं दिया गया था।
कर्मचारियों को नहीं दिया राहत पैकेज
हाल ही में गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने अपने मेल में लिखा था कि 48 में से 13 अधिकारियों को कंपनी की सेक्शुअल हैरेसमेंट पॉलिसीज का उल्लंघन करने के लिए निकाला गया है। ये सभी लोग सीनियर मैनेजर व अधिकारी हैं। इन 13 में से किसी को भी नौकरी से निकालने पर अलग से कोई पैकेज यानी राशि नहीं दी गई है। पिचाई ने अपने मेल में लिखा है कि हम सुरक्षित और समावेशी कार्यस्थल देने के लिए गंभीर हैं।