Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Nov, 2017 12:19 AM
विश्व स्वास्थ्य संगठन के डेटा के मुताबिक पिछले तीन दिनों में मरने वालों का आंकड़ा 15 फीसदी तक बढ़ा है। पूर्व अफ्रीकी देश मेडागास्कर में प्लेग से मरने वालों की तादाद बढ़कर 165 हो गई है
लंदनः पूर्व अफ्रीकी देश मेडागास्कर में प्लेग से मरने वालों की तादाद बढ़कर 165 हो गई है। एेसे में इबोला वायरस के बाद दुनिया के सामने एक और महामारी का खतरा पैदा हो गया है।वैज्ञानिकों ने आशंका जताई है कि घातक वायरस अमरीका, ब्रिटेन और पूरे यूरोप में पहुंच सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के डेटा के मुताबिक पिछले तीन दिनों में मरने वालों का आंकड़ा 15 फीसदी तक बढ़ा है। इसके चलते 10 देशों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
खांसने, छींकने या थूकने से फैलता वायरस
WHO के आंकड़ों के मुताबिक, इस घातक रोग से देश के कम से कम 2,034 लोग प्रभावित हो चुके हैं। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि प्लेग आगे चलकर लाइलाज हो सकता है। दक्षिण अफ्रीका, मलावी, केन्या, तंजानिया समेत करीब 10 देशों को खतरा ज्यादा है। कुछ विशेषज्ञों ने कहा है कि यह रोग अफ्रीका से बाहर अमरीका तक पहुंच सकता है। प्लेग के वायरस खांसी, छींकने या थूकने से तेजी से फैलते हैं और 24 घंटे के भीतर ही पीड़ित की मौत हो जाती है।
भेजीं 10 लाख से ज्यादा ऐंटीबायॉटिक दवाएं
प्रभावित लोगों के दूसरे देशों में पहुंचने से यह रोग दुनिया के कई देशों को अपनी चपेट में ले सकता है। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि विकसित और समृद्ध देशों के लिए इसका इलाज करना आसान होगा। इंटरनैशनल एजेंसियों ने 10 लाख से ज्यादा ऐंटीबायॉटिक दवाओं की खेप मेडागास्कर भेजी है। 20,000 से ज्यादा मास्क भी डोनेट किए हैं। इससे पहले 14वीं शताब्दी में प्लेग तेजी से फैला था लेकिन जानकारों के अनुसार यह उससे काफी अलग और ज्यादा खतरनाक है।