Edited By Isha,Updated: 23 May, 2018 09:57 AM
बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में शरण लिए करीब डेढ़ से दो लाख रोहिंग्या शरणार्थियों पर मानसून के दौरान बाढ़ और भूस्खलन का खतरा है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस
संयुक्त राष्ट्रः बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में शरण लिए करीब डेढ़ से दो लाख रोहिंग्या शरणार्थियों पर मानसून के दौरान बाढ़ और भूस्खलन का खतरा है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कल यहां संवाददाताओं को बताया कि इस महीने की शुरूआत में आये तूफान या भूस्खलन के कारण 7,000 से अधिक रोहिंग्या शरणार्थी प्रभावित हुए हैं।
उन्होंने कहा कि मानसून में आम तौर पर कॉक्स बाजार में 2.5 मीटर बारिश होती है जिसके कारण बाढ़ आती है। इसके कारण मानसून के मौसम में 150,000-200,000 शरणाॢथयों और 883 सामुदायिक केन्द्रों को बाढ़ या भूस्खलन का खतरा है जबकि इनमें से 25,000 शरणार्थियों पर गंभीर खतरा है। दुजारिक ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों ने शरणार्थियों पर बारिश का प्रभाव कम करने के लिए तैयारियां तेज कर दी है।