Edited By Isha,Updated: 17 Jul, 2018 11:20 AM
वैसे तो सऊदी अरब या अन्य मुस्लिम देशों में भी अधिक बच्चे पैदा करने की परिपाटी है और उसे अच्छा भी माना जाता है लेकिन पाकिस्तान में 3 ऐसे पुरुषों की लिस्ट जारी हुई है जिन्होंने मजहब के नाम पर 100 बच्चे पैदा
इस्लामाबाद : वैसे तो सऊदी अरब या अन्य मुस्लिम देशों में भी अधिक बच्चे पैदा करने की परिपाटी है और उसे अच्छा भी माना जाता है लेकिन पाकिस्तान में 3 ऐसे पुरुषों की लिस्ट जारी हुई है जिन्होंने मजहब के नाम पर 100 बच्चे पैदा किए हैं। लिहाजा इन्हीं लोगों के कारण पाकिस्तान दक्षिण एशिया में सबसे अधिक बर्थ रेट वाला देश बनकर उभरा है। 57 साल के वजीर गुलजार खान के 36 बच्चे हैं। वह बन्नू शहर में अपनी तीसरी पत्नी के साथ रह रहा है जो गर्भवती है। वहीं 70 साल के मस्तान खान के 15 भाई, 3 पत्नियां हैं और 22 बच्चे हैं।
उसका कहना है कि उसके नाती-पोतों की संख्या की गिनती नहीं की जा सकती। उसने कहा कि अल्लाह ने वादा किया है कि वह भोजन और संसाधन मुहैया करवाएगा लेकिन लोगों का भरोसा कमजोर हो गया है।वहीं विशेषज्ञों ने चेताया है कि बढ़ती जनसंख्या देश के आर्थिक विकास और सामाजिक सेवाओं को नुकसान पहुंचा रही है लेकिन ये तीनों पिता इस बात को लेकर कतई चिंतित नहीं है। उनका कहना है कि अल्लाह उन्हें सब मुहैया कराएगा। विश्व बैंक और सरकारी आंकड़ों के अनुसार पाकिस्तान की बर्थ रेट दक्षिण एशिया में सर्वाधिक है और वहां प्रति महिला करीब तीन बच्चे हैं।
पाकिस्तान में 19 साल में पहली बार जनगणना हो रही है और जनगणना में भी यही पता चलने की संभावना है कि जनसंख्या बढऩे की दर ऊंची बनी हुई है। 36 बच्चों के पिता गुलजार खान ने कहा कि इस्लाम उन्हें परिवार नियोजन से रोकता है। गुलजार खान ने कहा, ईश्वर ने पूरी कायनात और सभी मुनष्यों को बनाया है तो मुझे बच्चे के जन्म की नेचुरल प्रक्रिया क्यों रोकनी चाहिए? बच्चों की इतनी अधिक संख्या का एक कारण पश्चिमोत्तर में कबायली दुश्मनी है जहां बन्नू शहर में 57 साल के गुलजार अपनी तीसरी पत्नी के साथ रह रहा है जो गर्भवती है। उसने कहा कि वह मजबूत बनना चाहता है। उसने कहा कि उसके बच्चों को पूरा क्रिकेट मैच खेलने के लिए दोस्तों की आवश्यकता नहीं है।