Edited By Isha,Updated: 13 Aug, 2018 04:59 PM
बांग्लादेश के एक विशेष न्यायाधिकरण ने मानवता के खिलाफ अपराधों और 1971 में मुक्ति संग्राम के दौरान नरसंहार करने वाले पाकिस्तानी सैनिकों का साथ देने के लिए आज पांच कट्टरपंथी इस्लामियों
ढाकाः बांग्लादेश के एक विशेष न्यायाधिकरण ने मानवता के खिलाफ अपराधों और 1971 में मुक्ति संग्राम के दौरान नरसंहार करने वाले पाकिस्तानी सैनिकों का साथ देने के लिए आज पांच कट्टरपंथी इस्लामियों को मौत की सजा सुनायी। बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण की एक तीन सदस्यीय समिति ने मुक्ति संग्राम के दौरान पटुआखली के इताबरिया गांव की कम से कम 15 महिलाओं के साथ बलात्कार करने के लिए पांच लोगों को मौत की सजा सुनायी। बीडीन्यूज की खबर के अनुसार न्यायमू्ति शाहीनूर इस्लाम के नेतृत्व वाली समिति ने उन्हें इसी गांव में 17 लोगों की जान लेने, तोडफ़ोड़ करने, आगजनी करने, अपहरण और यातना देने के लिए भी मौत की सजा दी ।
न्यायाधीशों ने कहा कि दोषियों ने एक हथियार के रूप में बलात्कार का इस्तेमाल किया और पीड़िताओं पर ताउम्र उन घटनाओं का असर रहा। न्यायाधिकरण ने फैसले में कहा, ‘‘ये महिलाएं हमारी सच्ची युद्ध नायक हैं। यह समय उन्हें मान्यता देने का है। न्यायाधिकरण ने फैसले में कहा कि पांचों दोषियों - मोहम्मद इसहाक सिकदर, अब्दुल गनी उर्फ गनी हवलदार, मोहम्मद अवल, मोहम्मद ए सत्तर पाड़ा और सुलेमान मृधा को फांसी पर लटकाया जाए। न्यायाधिकरण ने पिछले साल आठ मार्च को पांचों को अभ्यारोपित किया था।