Edited By Tanuja,Updated: 21 Apr, 2018 04:34 PM
इंडोनेशिया से बचाए गए 76 रोहिंग्या मुस्लिमों में से एक व्यक्ति ने अपनी दास्तां बयान करते बताया कि म्यांमार छोड़ने के बाद मलेशिया पहुंचने की कोशिश में वे लोग 9 दिन से एक लकड़ी के नाव में समुद्र में फंसे रहे थे...
बेरियून (इंडोनेशिया): इंडोनेशिया से बचाए गए 76 रोहिंग्या मुस्लिमों में से एक व्यक्ति ने अपनी दास्तां बयान करते बताया कि म्यांमार छोड़ने के बाद मलेशिया पहुंचने की कोशिश में वे लोग 9 दिन से एक लकड़ी के नाव में समुद्र में फंसे रहे थे। म्यांमार में रोहिंग्या अल्पसंख्यक समुदाय को अत्याचारों का सामना करना पड़ रहा है। कुल 8 बच्चों, 25 महिलाओं और 43 पुरुषों को सुमात्रा द्वीप के एकेह प्रांत के तट पर 20 अप्रैल को बचाकर लाया गया।
इस समुदाय के लोगों ने समुद्री रास्ते से म्यांमार छोड़ने के लिए इस महीने में तीसरी बार प्रयास किया है। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि इनमें से कई लोग निर्जलीकरण और थकान से गुजर रहे हैं जिन्हें इलाज की जरूरत है।
संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त के कार्यालय के अनुमान के अनुसार म्यांमार में पिछले साल अगस्त में हिंसा भड़कने के बाद से 7 लाख से भी अधिक रोहिंग्या शरणार्थी अपने घर छोड़कर बांग्लादेश पलायन कर चुके हैं। संयुक्त राष्ट्र ने म्यांमार में हुए व्यापक हमलों को 'जातीय सफाई' करार दिया है, जिनके कारण रोहिंग्या समुदाय को अपने घरों से पलायन करना पड़ा।