Edited By Tanuja,Updated: 02 Aug, 2018 11:40 AM
इंग्लैंड में बोलने और हिलने जुलने में असमर्थ 12 साल के एक बच्चे ने एेसा कारनामा कर दिखाया जिससे दुनिया हैरान रह गई । इस बच्चे ने आंखों के इशारों से ‘आई कैन राइट’ नाम की किताब लिख दी जबकि वह न बोल पाता है और न ही उसके हाथ काम करते हैं...
लंदनः इंग्लैंड में बोलने और हिलने जुलने में असमर्थ 12 साल के एक बच्चे ने एेसा कारनामा कर दिखाया जिससे दुनिया हैरान रह गई । इस बच्चे ने आंखों के इशारों से ‘आई कैन राइट’ नाम की किताब लिख दी जबकि वह न बोल पाता है और न ही उसके हाथ काम करते हैं। वह जन्म से गंभीर सेरेब्रल पाल्सी बीमारी से पीड़ित है। हर वक्त व्हीलचेयर पर रहता है। अपने शरीर को हिला भी नहीं पाता।
जोनाथन ब्रायन के माता-पिता पहले उससे इशारों में बात करते थे। शिक्षकों का कहना था, उसे पढ़ाना काफी कठिन है। जोनाथन की मां चैंटन ब्रायन ने हिम्मत नहीं हारी। वह बेटे को रोजाना स्कूल ले जातीं और उसे पढ़ाने की कोशिश करतीं। नौ साल की उम्र में जोनाथन कुछ शब्दों का उच्चारण करना सीख गया। इसके बाद ई-ट्रेन फ्रेम की मदद से वह लोगों से बात करने लगा।
ई-ट्रेन फ्रेम कलर कोडिंग सिस्टम वाला चौकोर पारदर्शी प्लास्टिक बोर्ड होता है। शरीर से लाचार व्यक्ति इस पर बने चित्रों या शब्दों को आंखों के इशारों से बताता है। इसी तरह वह पूछे गए सवालों के जवाब दे सकता है। जोनाथन की मां ने बताया, "हम उसकी आंखों की तरफ देखते, वह आंखों के इशारों से जो बताता, उसे लिख लिया जाता। सीखने के दौरान उसने ईश्वर में अपने विश्वास की बात बताई, जो उसके जीवन का अहम हिस्सा था।"
मां ने बताया कि यह किताब लिखने में एक साल लगे। फिलहाल इस किताब से दूसरों को भी प्रोत्साहित करने की योजना है। इसके अलावा इसकी बिक्री से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल ई-ट्रेन फ्रेम एजुकेशन सिस्टम को बढ़ावा देने में किया जाएगा।