Edited By Anu Malhotra,Updated: 17 Aug, 2022 09:55 AM
ट्विटर यूज करना एक महिला को उस समय महंगा पड़ गया जब उसे 34 साल की जेल की सजा सुना दी गई। दरअसल, सऊदी अरब की एक महिला को एक ट्विट को रिट्विट किया जिसके बाद उसे 34 साल की सजा सुनाई गई है। यह महिला एक स्टूडेंट है जोकि लीड्स यूनिवर्सिटी में पढ़ती है।
नेशनल डेस्क: ट्विटर यूज करना एक महिला को उस समय महंगा पड़ गया जब उसे 34 साल की जेल की सजा सुना दी गई। दरअसल, सऊदी अरब की एक महिला को एक ट्विट को रिट्विट किया जिसके बाद उसे 34 साल की सजा सुनाई गई है। यह महिला एक स्टूडेंट है जोकि लीड्स यूनिवर्सिटी में पढ़ती है।
सऊदी स्टूडेंट सलमा अल-शहाब छुट्टीयों पर पर घर आई थी कि इसी दौरान उसने उसने असंतुष्टों और एक्टिविस्ट्स को फॉलो किया और उनके ट्वीट को रिट्वीट भी किया जिसके एवज में उसे 34 साल की जेल की सजा सुना दी गई। यह सजा सऊदी की स्पेशल टेररिस्ट कोर्ट ने सुनाई।
बता दें कि 34 साल की सलमा 2 बच्चों की मां भी है और उसे पहले भी इंटरनेट वेबसाइट के उपयोग के लिए 3 साल की सजा हो चुकी है। उन पर सार्वजनिक अशांति पैदा करना और नागरिक और राष्ट्रीय सुरक्षा को अस्थिर करने का आरोप लगा है। अब वहीं सलमा को 34 साल की सजा के साथ उनकी यात्रा पर भी रोक लगा दी गई है।
सलमा ने इंस्टाग्राम पर खुद को डेंटल हाईजीनिस्ट, मेडिकल एजुकेटर, पीएडी स्टूडेंट बताया है। वो प्रिंसेस नूरा बिन्त अब्दुलरहमान यूनिवर्सिटी में लेक्चरर हैं।उनके ट्विटर पर 2500 से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।