Edited By ,Updated: 09 Feb, 2017 04:02 PM
लास्का एयरलाइंस की एक फ्लाइट अटेंडैंट की समझ और बुद्धिमानी से एक किशोरी मानव तस्करी का शिकार होने से बच गई। मामला साल 2011 का है, लेकिन यह अब सामने आया है ...
वॉशिंगटनः अलास्का एयरलाइंस की एक फ्लाइट अटेंडैंट की समझ और बुद्धिमानी से एक किशोरी मानव तस्करी का शिकार होने से बच गई। मामला साल 2011 का है, लेकिन यह अब सामने आया है। फ्लाइट अटेंडैंट शेलिया फेडरिक (49) अलास्का एयरलाइंस में काम करती हैं।
उन्होंने बताया कि प्लेन में एक बूढ़े व्यक्ति के बगल में बैठी करीब 14 साल की लड़की को नोटिस किया। वह आदमी तो स्मार्ट दिख रहा था, लेकिन लड़की को देखकर ऐसा लग रहा था, मानो उसे नर्क से निकाल कर लाया गया हो। जब भी मैं उस लड़की से बात करने की कोशिश करती, तो व्यक्ति उसके बदले में जवाब देता और लड़की का बचाव भी करने लगता। मुझे मामला संदिग्ध लगा, तो मैंने सिएटल से सैन फ्रांसिस्को जा रहे प्लेन के टॉयलेट में एक सीक्रेट नोट छोड़ दिया। लड़की ने वापस जवाब में लिखा कि मुझे मदद चाहिए।
फिर क्या था शेलिया ने मामले की जानकारी ने पायलट को दी और पायलट ने एयरपोर्ट पहुंचने से पहले पुलिस को खबर कर दी। यह सब इसलिए किया गया कि एयरपोर्ट से निकलने से पहले की उस आदमी को पकड़ा जा सके। इस तरह से फ्लाइट अटैंडेंट ने लड़की को मानव तस्करी का शिकार होने से बचा लिया था। गौरतलब है कि अमरीका में साल 2016 में मानव तस्करी के मामलों में 35.7 फीसदी का इजाफा हुआ है। यह जानकारी नैशनल ह्यूमन ट्रैफिकिंग हॉटलाइन की ताजी रिपोर्ट में दी गई है।