Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Jul, 2017 04:29 PM
संयुक्त राष्ट्र ने अपनी एक रिपोर्ट में खुलासा करते आज कहा कि अफगानिस्तान में इस साल पहले 6 महीनों में 1,662 लोगों के मारे जाने के साथ नागरिकों की मौत का आंकड़ा नई ऊंचाई पर पहुंच गया...
काबुलः संयुक्त राष्ट्र ने अपनी एक रिपोर्ट में खुलासा करते आज कहा कि अफगानिस्तान में इस साल पहले 6 महीनों में 1,662 लोगों के मारे जाने के साथ नागरिकों की मौत का आंकड़ा नई ऊंचाई पर पहुंच गया। इसके साथ ही इस अवधि में 3,500 से अधिक लोग घायल हुए। अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन UNAMA के अनुसार इनमें से लगभग 20 प्रतिशत लोग राजधानी काबुल में मारे गए।
रिपोर्ट में कहा गया कि इनमें से ज्यादातर लोग तालिबान और इस्लामिक स्टेट सहित गैर सरकारी बलों के हमलों में मारे गए। काबुल में मई के अंत में उस समय 150 से अधिक लोग मारे गए जब सुबह के समय एक ट्रक बम विस्फोट हुआ। इस हमले में सैकड़ों लोग घायल हो गए। UNAMA के इस हमले में मरने वाले असैन्य नागरिकों की संख्या 92 बताई और इसे 2001 के बाद से सबसे भीषण हमला करार दिया।
अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत तदामिची यमामोतो ने कहा कि संघर्ष में जनहानि का आंकड़ा काफी अधिक है। उन्होंने एक बयान में कहा कि विस्फोटकों के जरिए अंधाधुंध हमले भयावह हैं और ये रुकने चाहिए। संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार जनवरी 2009 से लेकर अब तक अफगानिस्तान में सशस्त्र संघर्ष में 26,500 से अधिक नागरिक मारे गए हैं और लगभग 49,000 घायल हुए हैं।