Edited By vasudha,Updated: 04 Aug, 2020 11:17 AM
मिनियासोटा की अदालत यह जांच कर रही है कि ब्रिटेन के एक अखबार को काले व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की गिरफ्तारी और मौत के दौरान का पुलिस बॉडी-कैमरा फुटेज कैसे हासिल हुआ। फ्लॉयड को 25 मई को गिरफ्तार करने वाले मिनियापोलिस के दो पुलिस अधिकारियों के बॉडी-कैमरा...
इंटरनेशनल डेस्क: मिनियासोटा की अदालत यह जांच कर रही है कि ब्रिटेन के एक अखबार को काले व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की गिरफ्तारी और मौत के दौरान का पुलिस बॉडी-कैमरा फुटेज कैसे हासिल हुआ। फ्लॉयड को 25 मई को गिरफ्तार करने वाले मिनियापोलिस के दो पुलिस अधिकारियों के बॉडी-कैमरा से प्राप्त वीडियो के कुछ हिस्सों को ‘डेली मेल' ने सोमवार को जारी किया था।
हेनेपिन काउंटी के जज ने पिछले महीने पत्रकारों और अन्य लोगों को अपॉइंनमेंट लेकर फुटेज देखने की इजाजत दी थी लेकिन समाचार संगठनों की वीडियो सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराने की मांग पर उन्होंने कोई निर्णय नहीं लिया था। अखबार के लेख मे कहा गया कि ये वीडियो ‘डेलीमेल डॉट कॉम' के लिए लीक किए गए।
वेबसाइट पर पूर्व पुलिस अधिकारी थॉमस लाने के बॉडीकैम का दस मिनट का वीडियो और पूर्व पुलिस अधिकारी जे. क्वेंग के बॉडीकैम का 18 मिनट का वीडियो दिखाया गया है। हेनेपिन काउंटी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के प्रवक्ता स्पेंसर बिकेट ने ‘स्टार ट्रिब्यून' को बताया कि वीडियो लीक होने के मामले की जांच जारी है। फ्लॉयड मामले की जांच मिनियासोटा के अटॉर्नी जनरल कीथ एलिसन के कार्यालय में हो रही है। उन्होंने कहा कि वीडियो लीक उनकी ओर से नहीं हुआ है।