Edited By Tanuja,Updated: 31 Aug, 2019 03:01 PM
कांगो गणराज्य में पिछले वर्ष इबोला वायरस से कम से कम 600 बच्चों की मौत हुई है। संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट में बताया कि इस बीमारी के प्रकोप के कारण...
इंटरनेशननल डेस्कः कांगो गणराज्य में पिछले वर्ष इबोला वायरस से कम से कम 600 बच्चों की मौत हुई है। संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट में बताया कि इस बीमारी के प्रकोप के कारण लोकतांत्रिक गणराज्य कांगो में 850 में से 600 बच्चों की मौत हुई है। यूनीसेफ ने बयान में कहा, ‘‘खबरों के अनुसार 3000 से ज्यादा मामलों में अभी तक 2000 लोगों की मौत चुकी है।
हमें इस भयानक बीमारी को समाप्त करने के लिए हमें रैली निकाल कर प्रयास करने चाहिए।'' उन्होंने हाल ही में इस बीमारी के इलाज की सफलता का उल्लेख करते हुए कहा कि पहली बार हमारे पास इबोला की रोकथाम और इलाज दोनों साधन है। उन्होंने कहा कि इलाज में ‘कम प्रगति' हुयी है। अगर संक्रमण का पता चल जाता है और यदि लोग इलाज कराने से नहीं डरते।
यूनीसेफ ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के जुलाई में दिए गए एक बयान का उल्लेख करते हुए कहा कि किसी अन्य बीमारी के अपेक्षा इबोला वायरस ने वयस्कों की तुलना में बच्चों को सबसे अधिक प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि युवाओं के इलाज में विशेषज्ञता है। यूनीसेफ बच्चोें के परिजनों के साथ उनकी तात्कालिक और दीर्धकालिक जरुरतों को पूरा करने के लिये सभी तरह के कदम उठा रहा है।