Edited By Anil dev,Updated: 14 Apr, 2018 01:30 PM
अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने आज सीरिया की राजधानी दमिश्क पर आज कम से कम छह धमाकों को अंजाम दिया गया जिससे राजधानी दहल गई। सीरिया के सरकारी टीवी ने कहा वायु सेना अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन के हमलों का मुकाबला कर रही है। प्रत्यक्षदर्शी ने रायटर को...
दमिश्क: सीरिया में हुए कथित रासायनिक हमलों में करीब 40 लोगों की मौत के जवाब में दुनिया के 3 महाशक्तिशाली देशों ने आज सीरिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया जिससे पूरी दुनिया हिल गई । अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हवाई हमलों की घोषणा के बाद आज सुबह अमरीका, फ्रांस व ब्रिटेन द्वारा किए 100 मिसाइल हमलों से सीरिया की राजधानी दहल उठी जिससे आसमान में घना धुआं छा गया। सीरिया की वायु रक्षा सेना ने इन संयुक्त हमलों का जवाब भी दिया।
सीरियाई सरकारी टेलीविजन ने दिखाया कि वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र पर हमला हुआ और सीरिया के वायु रक्षा ने दक्षिणी दमिश्क की ओर आ रहे 13 रॉकेटों को हवा में ही नाकाम कर दिया। सीरियाई सरकारी टीवी ने कहा कि ये हमले अंतर्राष्ट्रीय कानून का स्पष्ट उल्लंघन हैं और यह अंतर्राष्ट्रीय वैधता की अवमानना को दर्शाता है।
गौरतलब है कि ट्रंप ने शुक्रवार रात अपने 3 सहयोगियों के साथ मिलकर सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद को कथित रासायनिक हमले के लिए दंडित करने और उन्हें ऐसा दोबारा करने से रोकने के लिए सैन्य हमले करने की घोषणा की थी। सीरिया सरकार लगातार प्रतिबंधित हथियार के इस्तेमाल की बात नकार रही है। अमरीका के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस का कहना है कि प्रारंभिक हवाई हमलों में अमरीकी हार की कोई रिपोर्ट नहीं है।
उन्होंने हमले करने की संभावना को खारिज किए बिना कहा , '' फिलहाल यह एकमात्र हमला है। मैटिस ने कहा कि रासायनिक हथियार बनाने में असद के मददगार विभिन्न स्थलों पर हमला किया गया है। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि हमले के प्रभावों का आकलन किया जाना अभी बाकी है।
उधर, ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने आज कहा कि उन्होंने ब्रिटेन की सेनाओं को सीरिया के रासासनिक हथियारों के ठिकानों को नष्ट करने के लिए हमले करने का आदेश दिया है। थेरेसा मे ने कहा कि हमले गृहयुद्ध में हस्तक्षेप और शासन में बदलाव के लिए नहीं हैं । वे क्षेत्र में और तनाव उत्पन्न नहीं करेंगे और नागरिकों को हताहत होने से बचाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
दूसरी तरफ ट्रंप ने सीरिया हमले को लेकर रूस को घेरा है। ट्रंप ने कहा, 'सीरिया पर हुआ हमला असद के रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल को रोकने की रूस की विफलता का प्रत्यक्ष परिणाम है।' ट्रंप ने कहा है कि सीरिया पर अमरीकी हमलों की ब्रिटिश, फ्रांसीसी सहयोगियों के साथ मिलकर शुरू की गई प्रक्रिया अब भी चल रही है।
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते 7 अप्रैल को सीरिया के राष्ट्रपति बशर-अल-असद की सरकार द्वारा विद्रोहियों पर रासायनिक हथियारों के प्रयोग की बात सामने आई थी। इस हमले में 70 से अधिक लोगों की मौत हुई थी, जिसमें कई बच्चे भी थे। अमरीका की तरफ से उस वक्त ही सीरिया के खिलाफ सख्ती से पेश आने की प्रतिक्रिया दी गई थी।