Edited By Anil dev,Updated: 29 May, 2019 05:21 PM
अमेरिका ऑनलाइन बाल पोर्नोग्राफी और बाल यौन उत्पीडऩ से संबंधित किसी भी विषय के प्रसार पर लगाम लगाने में भारत की मदद करेगा। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि दोनों देशों के बीच हुए एक समझौते के तहत इस पर सहमति बनी है।
नई दिल्ली: अमेरिका ऑनलाइन बाल पोर्नोग्राफी और बाल यौन उत्पीडऩ से संबंधित किसी भी विषय के प्रसार पर लगाम लगाने में भारत की मदद करेगा। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि दोनों देशों के बीच हुए एक समझौते के तहत इस पर सहमति बनी है। इस संबंध में भारत के राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) और अमेरिका के गुमशुदा एवं शोषित बच्चों के लिए राष्ट्रीय केंद्र (एनसीएमईसी) ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि समझौते पर हस्ताक्षर के साथ अब अमेरिका एनसीएमईसी से बाल यौन शोषण संबंधी विषयों और ऑनलाइन बाल पोर्नोग्राफी टिपलाइन रिपोर्ट प्राप्त करने में मदद करेगा। यह सहमति पत्र एनसीएमईसी के पास उपलब्ध एक लाख से अधिक टिपलाइन रिपोर्ट हासिल करने में भारत की मदद करेगा।
यह बाल पोर्नोग्राफी एवं बाल यौन शोषण संबंधी सामग्रियों के संबंध में सूचनाएं साझा करने के लिए नया तंत्र स्थापित करने और अपराधियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की खातिर राह निकालेगा। अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा कानून प्रवर्तन एजेंसियां साइबर जगत से बाल पोर्नोग्राफी एवं बाल यौन शोषण सामग्री को भी हटा पाएंगी।