Edited By vasudha,Updated: 06 Jul, 2020 11:06 AM
चीन की बढ़ती दादागिरी को देखते हुए कई देशों ने अपनी कमर कस ली है। पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद और तनाव को देखते हुए अमेरिका ने भी ड्रैगन के खिलाफ कड़ा रूख अपना लिया है। इसी का नतीजा है कि साउथ चाइना सी में सेना ने...
इंटरनेशनल डेस्क: चीन की बढ़ती दादागिरी को देखते हुए कई देशों ने अपनी कमर कस ली है। पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद और तनाव को देखते हुए अमेरिका ने भी ड्रैगन के खिलाफ कड़ा रूख अपना लिया है। इसी का नतीजा है कि साउथ चाइना सी में सेना ने युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है। हालांकि सैन्य-गतिविधि से बौखलाए चीन ने अमेरिका को आंख दिखाने की कोशिश की जो उसी पर उलटी पड़ गई।
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अमेरिका को धमकी देते हुए लिखा कि चीन की सेना की किलर मिसाइलें डोंगफेंग-21 और डोंगफेंग-25 अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर को तबाह कर सकती हैं। ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि दक्षिण चीन सागर में तैनात अमेरिका के विमानवाहक पोत चीनी सेना की जद में हैं। चीनी सेना इन्हें बर्बाद कर सकती है। हालांकि अमेरिकी नौसेना ने चीन की इस धमकी के खूब मजे लिए।
अमेरिकी नौसेना के चीफ ऑफ इनफॉर्मेशन ने ट्वीट कर लिखा कि इस सब के बावजूद भी हमारे दो एयरक्राफ्ट कैरियर साउथ चाइना सी के अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में गश्त कर रहे हैं। यूएस नेवी मजे लेते हुए लिखा कि यूएसएस निमित्ज और यूएसएस रोनाल्ड रीगन हमारे विवेक से भयभीत नहीं हैं।
दरअसल हा ही में साउथ चाइना सी में चीन ने अपनी सेना के साथ महाभ्यास किया था, इसके जवाब में सुपर पावर अमेरिका ने भी अपनी नौसेना के साथ इस विवादित इलाके में गहन युद्धाभ्यास की शुरुआत कर दी। यूएस नेवी के ने परमाणु ऊर्जा से चलने वाले दो एयरक्राफ्ट कैरियर भी दक्षिण चीन सागर में तैनात कर दिये गये है, जिससे बौखलाए चीन ने अपनी मिसाइलों के इस्तेमाल की धमकी दे डाली।