Edited By Isha,Updated: 28 Apr, 2018 01:50 PM
अमरीकी वायु सेना का एक बी-52 बमवर्षक विमान इस हफ्ते की शुरुआत में दक्षिण चीन सागर के ऊपर उड़ता दिखाई दिया। हालांकि अमरीकन सेना के अनुसार विमान उस समय ट्रेनिंग मिशन पर था
वाशिंगटनः अमरीकी वायु सेना का एक बी-52 बमवर्षक विमान इस हफ्ते की शुरुआत में दक्षिण चीन सागर के ऊपर उड़ता दिखाई दिया। हालांकि अमरीकन सेना के अनुसार विमान उस समय ट्रेनिंग मिशन पर था। अमरीकी सेना के एक अधिकारी ने शुक्रवार को समाचार चैनल सीएनएन को बताया कि अमरीका के दो बमवर्षक विमानों ने स्प्रैटली द्वीप समूह पर उड़ान भरी। इस द्वीप समूह पर चीन अपना दावा करता है।
चीन ने स्प्रैटली की भोगौलिक विशेषताओं का इस्तेमाल कृत्रिम द्वीप समूह बनाने में किया है। इनमें से कुछ को बीजिंग ने सैन्य सुविधाओं से लैस किया है। अधिकारी ने 'सीएनएन' को बताया कि चीनी सेना ने अमेरिकी विमान के मार्ग में कोई बाधा उत्पन्न नहीं की।
इन द्वीपों के मकसद के सवाल पर अमरीकी सेना के प्रशांत कमान के प्रमुख पद के लिए ट्रंप प्रशासन के उम्मीदवार एडमिरल फिलिप डेविडसन ने कांग्रेस को इस महीने बताया कि चीन इन द्वीपों का इस्तेमाल दक्षिण चीन सागर पर अपना नियंत्रण स्थापित करने के लिए कर रहा है। उन्होंने कहा, चीन काफी समय से दक्षिण चीन सागर पर अपनी दावेदारी पेश कर रहा है। मेरा मानना है कि वह वहां अपना सैन्य ठिकाना स्थापित करना चाहता है, जिससे उन्हें दुनिया के उस क्षेत्र के माध्यम से वायु और समुद्री मार्गो पर नियंत्रण स्थापित करने में मदद मिलेगी।