एक गलती तोड़ सकती है आपके विदेश जाने का सपना

Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Mar, 2018 03:56 PM

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अमेरिकी शैक्षणिक वीजा प्रक्रिया आरंभ होने के पहले अमेरिकी दूतावास ने प्रवेश के इच्छुक छात्र-छात्राओं को आज आगाह किया कि वे किसी भी एजेंट या कंपनी के बहकावे में नहीं आएं और दूतावास की परामर्श सेवाओं का फायदा लेकर सही दस्तावेजों के साथ आवेदन करें। साथ...

नेशनल डेस्क: अमेरिकी शैक्षणिक वीजा प्रक्रिया आरंभ होने के पहले अमेरिकी दूतावास ने प्रवेश के इच्छुक छात्र-छात्राओं को आज आगाह किया कि वे किसी भी एजेंट या कंपनी के बहकावे में नहीं आएं और दूतावास की परामर्श सेवाओं का फायदा लेकर सही दस्तावेजों के साथ आवेदन करें। साथ ही उन्होंने बताया कि कैसे आपकी एक गलती आपके वीजा पर लाइफ्टाइम बैन लगा सकती है।

अमेरिका में पढऩे वाले भारतीय छात्रों की संख्या 1 लाख 86 हजार
अमेरिकी दूतावास के महावाणिज्य दूत जॉर्ज एच होगमैन एवं धोखाधड़ी रोकथाम प्रबंधक एलिकााबेथ लॉरेंस ने यहां संवाददाताओं से कहा कि अमेरिका में शिक्षा एवं शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश को लेकर काउंसङ्क्षलग आदि के लिए अमेरिकी दूतावास ने कहीं कोई एजेंट या एजेंसी को नियुक्त नहीं किया है। होगमैन ने कहा कि भारत एवं अमेरिका के द्विपक्षीय संबंधों में शिक्षा एक केन्द्रीय विषय है और दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क एवं सहयोग को बढ़ाने की सबसे अहम कड़ी है। अमेरिका इस संबंध को और मकाबूत करने का पक्षधर है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में इस समय भारत के एक लाख 86 हजार विद्यार्थी शिक्षा पा रहे हैं जो अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। 

एक गलती चूर कर सकती है आपका विदेश जाने का सपना
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर किसी विद्यार्थी के वीजा आवेदन को अस्वीकृत कर दिया जाता है तो वह आगे भी आवेदन कर सकता है लेकिन अगर उसने फर्जी दस्तावेज का प्रयोग किया तो न केवल विद्यार्थी वीजा बल्कि भविष्य में किसी भी प्रकार के वीजा पर ताउम्र रोक लग सकती है। लॉरेंस ने कहा कि अमेरिका में करीब 4600 विश्वविद्यालय एवं उच्च शैक्षणिक संस्थान हैं जिनमें प्रवेश के लिए विदेशी विद्यार्थी आवेदन करते हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को कई बार बाहर के लोग भरमाने की कोशिश करते हैं कि वे वीजा गारंटी से दिला देंगे और उनके फर्जी दस्तावेज दाखिल करवा देते हैं। उन्होंने कहा कि जो भी एजेंसियां ये दावा करतीं हैं, वे सब पैसे झटकने के लिए ऐसा करतीं हैं। विद्यार्थियों को वेबसाइट से अमेरिकी विदेश विभाग के पोर्टल से मदद मिल सकती है। वे किसी एजेंट के झांसे में नहीं आएं। 

मत बनवाएं नकली दस्तावेज:
एक सवाल के जवाब में लॉरेंस ने कहा कि विद्यार्थी वीजा के आवेदकों के द्वारा शैक्षणिक योग्यता एवं वित्तीय स्थिति को लेकर फर्जी दस्तावेज दाखिल किए जाने के मामले अक्सर सामने आते हैं हालांकि उनकी संख्या बहुत कम है। होगमैन ने कहा कि वीसा के साक्षात्कार विद्यार्थियों से वीजा अधिकारियों के सवालों के जवाब साफ-साफ देने की अपेक्षा की जाती है। चतुराई भरे उत्तर दरअसल नुकसान करते हैं। मसलन विश्वविद्यालय या संस्थान में प्रवेश के उद्देश्य और अपने लक्ष्य के बारे में बहुत स्पष्टता होनी चाहिए। साक्षात्कार में कोई दस्तावेज ले जाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि साक्षात्कार के समय विद्यार्थी का नर्वस होना स्वाभाविक है पर इससे उसको वीजा मिलने की संभावना कहीं से भी कम नहीं होती है।
 

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