Edited By Tanuja,Updated: 26 May, 2018 11:03 AM
अमरीका की अदालत ने बलात्कार के एक मामले ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। ज्यूरी ने पीड़िता को एक अरब डॉलर (6,800 करोड़ रुपए) का मुआवजा देने का आदेश दिया है। पीड़िता के वकीलों ने बताया कि अमरीका में ज्यूरी द्वारा दुष्कर्म के मामले में मुआवजा के तौर दी...
वॉशिंगटनः अमरीका की अदालत ने बलात्कार के एक मामले ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। ज्यूरी ने पीड़िता को एक अरब डॉलर (6,800 करोड़ रुपए) का मुआवजा देने का आदेश दिया है। पीड़िता के वकीलों ने बताया कि अमरीका में ज्यूरी द्वारा दुष्कर्म के मामले में मुआवजा के तौर दी जाने वाली यह सबसे बड़ी राशि है। दुष्कर्म का दोषी सुरक्षा गार्ड 20 साल जेल की सजा काट रहा है। पीड़िता से जब रेप किया गया था तो वह नाबालिग थी।
दुष्कर्म पीड़िता की मां रेनेटा चेस्टन थॉर्टन ने वर्ष 2015 में मुकद्दमा दर्ज कराया था। इस मामले में दोषी करार ब्रैंडन लमार जकारी एक सिक्योरिटी एजेंसी में काम करता था। पीड़िता ने ज्यूरी के फैसले का स्वागत करते हुए कहा, ‘मेरे मामले में दिया गया फैसला यह दिखाता है कि यदि आप न्याय हासिल करने प्रति दृढ़ हैं तो अंत बेहतर होगा।’ पीड़िता वर्ष 2012 में अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ एक दोस्त के जन्मदिन की पार्टी में शामिल होने के लिए जॉन्सबोरो (जॉर्जिया) गई थीं। पीड़िता ने बताया आरोपी ने हथियार के दम पर उनके ब्वॉयफ्रेंड को नियंत्रित कर लिया था और बाद में सबके सामने उनके साथ रेप किया था, उस वक्त उसकी उम्र 14 वर्ष थी।
पीड़िता की मां रेनेटा चेस्टन ने इस मामले में क्राइम प्रिवेंशन एजेंसी नामक सुरक्षा एजेंसी को भी आरोपी बनाया था। घटना के वक्त अारोपी जकारी इसी एजैंसी में काम करता था। रेनेटा ने सिक्योरिटी एजेंसी पर लापरवाही बरतने और सुरक्षा गार्ड को उचित प्रशिक्षण नहीं देने का भी आरोप लगाया था। ज्यूरी ने उनके आरोपों को सही माना और सुरक्षा एजेंसी को एक अरब डॉलर का मुआवजा देने का निर्देश दिया। हालांकि, ज्यूरी ने स्पष्ट किया कि सुरक्षा एजैंसी की वित्तीय क्षमता इतनी न होने पर मुआवजे की राशि में बदलाव किया जा सकता है।