Edited By Tanuja,Updated: 28 Jul, 2022 05:44 PM
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि अफगानिस्तान में तालिबान राज केदौरान लड़कियों और महिलाओं पर अत्याचार...
इंटरनेशनल डेस्कः एमनेस्टी इंटरनेशनल ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि अफगानिस्तान में तालिबान राज केदौरान लड़कियों और महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं। रिपोर्ट के अनुसार अफगानिस्तान में जब से सत्ता तालिबान के हाथों में गई तो दुनिया को सबसे ज्यादा इस देश में महिलाओं और लड़कियों की स्थिति को लेकर ही चिंता हुई थी। ब एमनेस्टी इंटरनेशनल के एक बयान से उन तमाम चिंताओं को बल मिला है।
एमनेस्टी इंटरनेशनल के मुताबिक तालिबान के राज में अफगानिस्तान की महिलाओं और लड़कियों की हालत बद से बदतर हुई है। तालिबान ने इस वर्ग के शिक्षा, रोजगार और अन्य अधिकारों को कुचलकर रख दिया है। सिर्फ इतना ही नहीं, अजीबोगरीब नियमों को मानने में जरा सी भी लापरवाही होने पर उन्हें हिरासत में लिया गया और प्रताणित किया गया।
एमनेस्टी के महासचिव एग्नेस कैलामार्ड के मुताबिक अपने शासन के एक साल से भी कम समय में तालिबान ने लाखों महिलाओं और लड़कियों को सुरक्षित, स्वतंत्र और पूर्ण जीवन जीने के अधिकार से वंचित कर दिया है। उन्होंने कहा कि यहां तक कि छोटी-छोटी बच्चियों की जबरन शादी करवा दी जा रही है जिसकी वजह से जन्मदर में बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। हाल के दिनों में अफगानिस्तान में अपने हक के लिए प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर अत्याचार की भी तमाम खबरें आई हैं।
एमनेस्टी के मुताबिक एक महिला ने कहा कि हमें हमारे स्तनों पर और पैरों के बीच में मारा गया। एक छात्रा ने कहा कि मेरे कंधे, चेहरे, गर्दन और हर जगह करंट दौड़ाया गया। महिलाओं, लड़कियों को तालिबान लड़ाकों से शादी के लिए मजबूर किया गया। एक विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाली एक महिला ने एमनेस्टी से कहा, ‘हमें हमारे स्तनों पर और पैरों के बीच में मारा गया। उन्होंने हमें ऐसी जगह इसलिए मारा ताकि हम दुनिया को न दिखा सकें।
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने बताया कि महिलाओं से कहा गया था कि यदि वे अपनी रिहाई चाहती हैं तो उन्हें एक समझौते पर साइन करना होगा कि न तो वे कभी किसी प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे, और न ही ये बताएंगे कि हिरासत में उनके साथ क्या हुआ। इन महिलाओं को तालिबान के तुगलकी फरमानों की मामूली नाफरमानी के लिए भी हिरासत में लिया गया। यहां तक कि कॉफी शॉप से भी लड़के और लड़कियों को उठाकर लाया गया और जेल में ठूंस दिया गया।