Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Jul, 2017 01:25 PM
आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान का दोहरा चेहरा फिर सामने आया है। दरअसल पाकिस्तान की एक आतंकवाद विरोधी अदालत ने 2008 के मुंबई हमले के संदिग्ध और लश्कर-ए-तैयबा के ...
लाहौर: आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान का दोहरा चेहरा फिर सामने आया है। दरअसल पाकिस्तान की एक आतंकवाद विरोधी अदालत ने 2008 के मुंबई हमले के संदिग्ध और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी सुफयान जफर को सबूत न मिलने के कारण जमानत पर रिहा कर दिया है।
अदालत के एक अधिकारी ने कहा, 'मुंबई हमले में कथित संलिप्तता को लेकर पिछले साल लश्कर-ए-तैयबा के पूर्व आतंकवादी सुफयान जफर को जमानत पर रिहा कर दिया गया। अदियाला जेल में सुनवाई के दौरान आतंकवाद विरोधी अदालत ने जफर को जमानत पर रिहा किया क्योंकि जांच के दौरान उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला।' अधिकारी के अनुसार संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) ने अदालत को बताया कि उसे जांच के दौरान कोई सबूत नहीं मिला। जफर पर आरोप है कि उसने हमले से पहले अभियुक्त शाहिद जमील रियाज को 39.8 लाख रुपए दिए थे।
बता दें कि इस हमले का मुख्य अभियुक्त लश्कर कमांडर जकीउर रहमान लखवी अप्रैल, 2015 से ही जमानत पर रिहा है। बता दें कि 9 साल पहले हुए इस हमले में कुछ विदेशियों समेत 166 लोग मारे गए थे।