Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Apr, 2018 12:37 AM
अमरीका और एरीजोना ने बीते दिनों मैक्सिको के साथ लगती सरहद पर नेशनल गारडज़ भेजने का ऐलान किया था, जिसके अगले पड़ाव में एरीजोना की सरकार ने सोमवार को नेशनल ,सिक्योरिटी गार्ड के 225 सदस्यों को अमरीका -मैक्सिको सीमा के लिए रवाना किया है जिससे वह अमरीकी...
एरीजोनाः अमरीका और एरीजोना ने बीते दिनों मैक्सिको के साथ लगती सरहद पर नेशनल गारडज़ भेजने का ऐलान किया था, जिसके अगले पड़ाव में एरीजोना की सरकार ने सोमवार को नेशनल ,सिक्योरिटी गार्ड के 225 सदस्यों को अमरीका -मैक्सिको सीमा के लिए रवाना किया है जिससे वह अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से ग़ैर -कानूनी प्रवासियों और नशीले पदार्थों को रोकने के लिए चलाई जा रही मुहिम का समर्थन कर सकें।
एरीजोना के गवर्नर डोज़ डुसी ने इस सम्बन्धित जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मंगलवार को अौर नेशनल सिक्योरिटी गार्ड अमरीका के लिए रवाना किए जाएंगे। शुक्रवार को टेक्सास नैशनल गार्ड ने कहा कि वह 72 घंटों के भीतर सीमा पर 250 सैनिक भेजेगा और उसने पहले ही दो लाकोटा हैलीकॉप्टर तैनात कर दिए। दूसरी ओर एरीजोना के गवर्नर ने कहा कि वह अगले सप्ताह 150 सैनिकों को भेजेंगे। ट्रंप ने गुरुवार को कहा था कि मैक्सिको सीमा पर 2,000 से 4,000 तक सैनिकों की तैनाती होगी और वह सैनिकों को तब तक सीमा पर तैनात रखेंगे जब तक सीमा पर दीवार नहीं बन जाती। इस फैसले से अमरीका-मैक्सिको के साथ तनाव बढ़ गया है।
मैक्सिको के राष्ट्रपति एनरिक पेना नीटो ने कहा कि ट्रंप का ‘धमकाने या अपमान करनेवाला रवैया' न्यायोचित नहीं है। इस तैनाती से वित्तपोषण से जुड़े सवाल उठने लगे हैं. पेंटागन ने यह नहीं बताया कि धनराशि कहां से आएगी। बहरहाल ट्रंप ने कहा कि व्हाइट हाउस खर्च पर विचार कर रहा है।