Edited By ,Updated: 07 Jan, 2015 03:38 PM
ब्रिटेन के तट पर अटके नार्वे के जहाज को देखकर सबकी धड़कनें बढ़ रही हैं। धड़कने ऊपर-नीचे होने की वजह है, उस पर लदी 1400 लग्जरी कारें।
लंदन: ब्रिटेन के तट पर अटके नार्वे के जहाज को देखकर सबकी धड़कनें बढ़ रही हैं। धड़कने ऊपर-नीचे होने की वजह है, उस पर लदी 1400 लग्जरी कारें।
ब्रिटेन के ब्रांबेल तट पर टेढ़े खड़े होने से फंसे नार्वे के मालवाहक जहाज "होयेह ओसाका" पर टाटा कंपनी की लग्जरी जगुआर और लैंड रोवर कारें लदी हैं। ये विशाल जहाज पचास डिग्री के कोण पर फंसा हुआ है।
जहाज पर कुल 1400 लग्जरी कारें लदी हैं, जिन्हें मध्य-पूर्व के देशों में पहुंचाया जाना है। इनमें से टाटा कंपनी की खरीदी 1200 जगुआर और लैंड रोवर कारों के अलावा बी.एम.डब्लू. की 65 मिनी कारें और दो लाख साठ हजार पौंड कीमत की एक रॉल्स रायस कार भी खड़ी है। इसके अलावा, जहाज पर एक जे.सी.बी. मशीन समेत 80 भारी निर्माण उपकरण भी हैं। इन में लदी कारों की कीमत 10 करोड़ पौंड (करीब 9,65,57,09,804 रुपए) से अधिक है।
समुद्रीय और तटरक्षक एजैंसी (एम.सी.ए.) का कहना है कि इस जहाज को सीधा करने में हफ्तों या महीनें भी लग सकते हैं। इस काम में मौसम भी एक बड़ी बाधा है। आने वाला मौसम काम में बड़ी मुश्किल पैदा कर सकता है।
शनिवार रात ब्रांबेल तट (साउथहैम्पटन और आइल ऑफ वाइट के बीच) पर जहाज टेढ़ा होकर फंस गया। जहाज 180 मीटर लंबा है। इसका वजन 51,000 टन है। इस पर 25 क्रू मेंबर सवार थे, जिन्हें सुरक्षित निकालने में कामयाबी मिल गई है।
साउथहैम्पटन तट के अधिकारियों का कहना है कि मानवीय भूल के कारण यह घटना हुई है हालांकि अभी इसकी जांच की जा रही है।