Edited By ,Updated: 10 Jan, 2015 05:16 AM
वैज्ञानिकों ने एक नई एंटीबायोटिक दवा तैयार की है। बैक्टीरिया इसके खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता को आसानी से विकसित नहीं कर पाएंगे। इस दवा का नाम टैक्सोबैक्टिन है जिसे कई ...
न्यूयार्क (हि.): वैज्ञानिकों ने एक नई एंटीबायोटिक दवा तैयार की है। बैक्टीरिया इसके खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता को आसानी से विकसित नहीं कर पाएंगे। इस दवा का नाम टैक्सोबैक्टिन है जिसे कई आम बैक्टीरियल इन्फैक्शन वाली बीमारियों जैसे टी.बी., सैप्टिसीमिया और सीडिफ में उपयोग किया जा सकेगा।
एंटीबायोटिक दवाएं जादू की गोली की तरह दशकों से काम करती रही हैं लेकिन उनके बेतरतीब इस्तेमाल से अधिकांश बैक्टीरिया ने उसके खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर ली। अधिकांश एंटीबायोटिक दवाएं बैक्टीरिया के प्रोटीन पर हमला करती हैं मगर बग नए तरह के प्रोटीन को बनाकर उनके खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर लेते हैं। टैक्सोबैक्टिन नाम की इस दवा की खासियत यह है कि यह दोहरी क्षमता से बैक्टीरिया पर प्रहार कर उसकी कोशिका की दीवार पर हमला करती है।