Edited By ,Updated: 18 Jan, 2015 05:29 PM
श्रीलंका के राजनीतिक तथा गुप्तचर सूत्रों का कहना है कि कोलंबो स्थित भारत के गुप्तचर प्रमुख को चुनाव में पूर्व राष्ट्रपति महिन्द्रा राजपक्षे को पराजित करने के लिए विपक्ष की मदद के आरोप में निष्कासित कर दिया गया है
कोलंबो: श्रीलंका के राजनीतिक तथा गुप्तचर सूत्रों का कहना है कि कोलंबो स्थित भारत के गुप्तचर प्रमुख को चुनाव में पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे को पराजित करने के लिए विपक्ष की मदद के आरोप में निष्कासित कर दिया गया है जबकि नई दिल्ली में भारत के विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ने इसका खंडन किया है और कहा है कि अधिकारी का स्थानान्तरण सामान्य तरीके से किया गया।
गौरतलब है कि राजपक्षे 8 जनवरी को राष्ट्रपति का चुनाव हार गए थे। उन्होंने बताया कि उन्हें इस संबन्ध में तथ्यों की जानकारी नहीं है जबकि नई सरकार का कहना है कि उसे इस आशय की रिपोर्ट की खबर है किन्तु इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती।
कोलंबो में कई सूत्रों का कहना है कि विपक्ष के प्रत्याशी मैत्रीपाला सिरीसेना की मदद के चलते भारत से दिसंबर में अपने एजेंट को वापस बुलाने के लिए कहा गया था।
श्रीलंका के संडे टाइम्स ने 28 दिसंबर को खबर प्रकाशित की थी कि रिसर्च एन्ड एनलसिस विंग के कोलंबो स्थित स्टेशन आफिसर का सम्पर्क विपक्ष के प्रत्याशी से हैं। शिकायत के बाद भारत के अधिकारी को वापस बुला लिया गया था।