Edited By ,Updated: 08 Mar, 2015 03:39 PM
एमएच 370 विमान को लापता हुए आज पूरा एक साल हो गया है, लेकिन आज भी उस विमान का कोई सुराख नहीं है कि प्लेन में सवार 239 लोगों का क्या हुआ?
कुआलालंपुर: एमएच 370 विमान को लापता हुए आज पूरा एक साल हो गया है, लेकिन आज भी उस विमान का कोई सुराख नहीं है कि प्लेन में सवार 239 लोगों का क्या हुआ? आखिर कहां गया प्लेन? किसी को भी कुछ नहीं पता। इस प्लेन के लापता होने के ठीक एक साल बाद प्लेन में सवार लोगों के परिवारों ने एकजुट होकर अपने परिजनों को याद किया और मलेशियाई प्रधानमंत्री ने विमान के मलबे की खोज में हार न मानने का संकल्प जताया। बीते साल लापता विमान हिंद महासागर के उपर हवा में नष्ट हो गया था।
प्रधानमंत्री नजीब रज्जाक ने मलेशिया एयरलाइन्स के विमान बोइंग 777 के लापता होने की पहली पुण्यतिथि के अवसर पर दिए बयान में कहा, ‘हमारे अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ मिलकर हमने उपलब्ध हो सके थोड़े-बहुत साक्ष्यों के आधार पर काम किया है। मलेशिया खोज के लिए प्रतिबद्ध है और उसे उम्मीद है कि एमएच370 मिल जाएगा।’ विमान एमएच370 बीते साल आठ मार्च को उस समय लापता हो गया था, जब वह कुआलालंपुर से बीजिंग जा रहा था। उस विमान में यात्रियों और चालक दल समेत कुल 239 लोग सवार थे। विमान में पांच भारतीय भी थे।
ऐसा माना जाता है कि विमान के सफर का अंत दक्षिणी हिंद महासागर में हो गया था। ऑस्ट्रेलिया के नेतृत्व में दक्षिणी हिंद महासागर में चल रहे खोज प्रयासों में विमान का अभी तक कोई संकेत नहीं मिला है। मलेशिया के नागरिक उड्डयन विभाग ने 29 जनवरी को घोषणा करके इस विमान के लापता होने को एक दुर्घटना बताया था। लगातार विमान की खोज में लगे अंतरराष्ट्रीय दलों और लोगों को धन्यवाद करते हुए नजीब ने कहा, ‘एमएच370 का लापता होना और इसकी खोज अभूतपूर्व है। यह उड्डयन इतिहास का अब तक का सबसे जटिल और तकनीकी रूप से चुनौतीपूर्ण काम है।’