Edited By ,Updated: 11 Mar, 2015 09:59 PM
ISIS में भर्ती होने लंदन से सीरिया भागी तीन लड़कियों को उनके सामान और यात्रा संबंधी जानकारी दी गई थी। इनमें से एक लड़की के घर से एक लिस्ट मिली है जिससे यह खुलासा हुआ है।
लंदन: ISIS में भर्ती होने लंदन से सीरिया भागी तीन लड़कियों को उनके सामान और यात्रा संबंधी जानकारी दी गई थी। इनमें से एक लड़की के घर से एक लिस्ट मिली है जिससे यह खुलासा हुआ है। लिस्ट में मोबाइल फोन, ब्रा, मेकअप किट, बूट्स और बाल साफ करने की मशीन साथ लाने के निर्देश दिए हैं। लड़की के परिजनों ने पुलिस को यह लिस्ट सौंपी है। लिस्ट में तुर्की जाने के लिए फ्लाइट टिकट का भी जिक्र किया है। इसमें लंदन से तुर्की का टिकट 1,000 पाउंड में मिलेगा। बेथनल ग्रीन एकेडमी में पढऩे वाली शहिमा बेगम (15), कादिजा सुल्ताना (16) और अमीरा अबेस पिछले महीने तुर्की भागी और 17 फरवरी को लंदन के गेटविक एयरपोर्ट से इस्तांबुल के लिए फ्लाइट पकड़ी थी।
ISIS ने इन्हें जिहादियों की पत्नी बनने का ऑफर देकर सीरिया बुलाया है। लड़कियों के परिजनो से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की जरा सी भी भनक नहीं थी कि उनकी लड़कियां ऐसी हरकतें कर सकती हैं। परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप भी लगाया है। उन्होंने ने कहा कि दिसंबर में ऐसी ही घटना हो चुकी थी जिससे पुलिस को सबक लेने की जरूरत थी। हालांकि महानगरीय पुलिस प्रमुख बर्नार्ज होगन-होव अधिकारियों की इस चूक पर पहले ही माफी मांग चुके हैं।
पुलिस को यह लिस्ट सीरिया भागी एक लड़की के बिस्तर से मिली है। इस लिस्ट में अंडरवियर, मोबाइल फोन, कॉस्मेटिक्स और ट्रैवल कॉस्ट को साथ में लाने को कहा गया है। लिस्ट मेंं यात्रा के दौरान 2,190 पाउंड खर्च का जिक्र है, जिसमें 1,000 पाउंड सिर्फ फ्लाइट टिकट का खर्च है। डायरी प्लानर के पेज पर यह लिस्ट बनाई गई है। इसमें लिखा गया है कि घर से निकलते वक्त उन्हें क्या-क्या चीजें साथ लेकर निकलना है। हालांकि अभी तक साफ नहीं हुआ है कि सब सामान के लिए लड़कियों ने पैसे का इंतजाम कैसे किया। जानकारी के अनुसार, तुर्की भागने से एक दिन पहले उनमें से एक लड़की, अक्सा महमूद नामक महिला के संपर्क में थी।
स्कॉटलैंड में रहने वाली अक्सा 2013 में ही सीरिया चली गई थी। वो सोशल मीडिया के जरिए अन्य लोगों को ISIS में शामिल होने के लिए प्रेरित करती है। सीरिया आने से संबंधित ट्रैवल टिप्स भी यही देती है, तथा महिलाओं को भर्ती होने के लिए प्रेरित करती है।